पुणे

Published: Apr 23, 2022 03:15 PM IST

Plantation in Pimpri-Chinchwadपिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका ने किया तीन लाख पेड़ लगाने का संकल्प

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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पिंपरी: पर्यावरण के संरक्षण (Protect the Environment) के लिए अगर हर कोई प्रकृति को अपनाकर अपनी जीवन शैली विकसित करे, तो प्रकृति की रक्षा करने की हमारी जिम्मेदारी पूरी हो सकती है। पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) शहर के नागरिकों को एक स्वस्थ वातावरण (Healthy Environment) प्रदान करने और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए विभिन्न पहलों को लागू कर रहा है। पर्यावरण संरक्षण के लिए महानगरपालिका हर साल पेड़ लगाता है। महानगरपालिका प्रशासक और कमिश्नर राजेश पाटिल ने कहा कि इस साल 3 लाख पेड़ लगाए (Plantation) जाएंगे।

महानगरपालिका ने विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर मुख्य प्रशासनिक भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस मौके पर अपर आयुक्त विकास ढकने, उप निदेशक नगर नियोजन प्रभाकर नाले, मुख्य सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिकारी नीलकंठ पोमन, नगर अभियंता श्रीकांत सावने, रामदास तांबे, संजय कुलकर्णी, उपायुक्त अजय चारठानकर, मनोज लोनाकर, संदीप खोत, सहायक आयुक्त वामन नेमाने, सुषमा शिंदे, इस अवसर पर प्रशांत जोशी, नीलेश देशमुख, क्षेत्राधिकारी उमाकांत गायकवाड़, अन्ना बोड्डे, रविकिरण घोड़के, मुख्य सुरक्षा अधिकारी मेजर उदय जरांडे, आईटीआई प्राचार्य शशिकांत पाटिल सहित विभिन्न अधिकारी व इंजीनियर मौजूद थे। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण की सामूहिक शपथ ली गई। कंप्यूटर प्रस्तुति के माध्यम से ‘मिट्टी बचाओ’ की जानकारी दी गई। 

 जीवन को भी प्रभावित करता है पर्यावरण को नुकसान

महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल ने कहा कि तनावपूर्ण जीवन में हमारा जीवन यांत्रिक हो गया है। ऐसा लगता है कि हम पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारी भूमिका को बिल्कुल भूल गए हैं। ठीक से नहीं पता कि क्या करना है। हालांकि, कुछ लोग पर्यावरण की रक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हालांकि कुछ लोग इस विषय को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। पर्यावरण को नुकसान हमारे जीवन को भी प्रभावित करता है। प्रगति के रूप में हम अपनी आय को देखते हैं, हम मिट्टी को और अधिक सिमेंटीकरण करते हैं, हम कोशिश करते हैं कि नींव पर मिट्टी न डालें, लेकिन माहौल बिगड़ रहा है। इसलिए हमें इन बातों पर गंभीरता से विचार करना होगा। ड्रेनेज, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लानिंग पर्यावरण के अनुकूल होनी चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान रखा जाना चाहिए कि प्राकृतिक प्रवाह बाधित न हो। 

पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की जरुरत

कमिश्नर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि विकास कार्यों को करते समय पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। सभी को अधिक से अधिक पौधे लगाकर क्षेत्र को हरा-भरा रखना चाहिए। ग्रह के संरक्षण के लिए, प्रकृति के अनुरूप रहें। इस कार्यक्रम का संचालन पर्यावरण विभाग के संजय कुलकर्णी ने किया।