पुणे

Published: Oct 08, 2023 09:19 PM IST

Pune Newsपुणे-बेंगलुरु राजमार्ग से स्पीड रडार गन और डिस्प्ले चोरी, जांच में जुटी पुलिस

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पुणे: नर्हे में पुणे-बेंगलुरु राजमार्ग (Pune-Bengaluru highway) पर एक NGO द्वारा स्थापित स्पीड रडार गन (Speed ​​radar gun) और कनेक्टेड व्हीकल-एक्टिवेटेड स्पीड साइन (वीएएसएस) डिस्प्ले की कथित चोरी के मामले में पुणे शहर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। ये स्पीड रडार गन नर्हे स्थित सेल्फी पॉइंट (दुर्घटना बाहुल क्षेत्र) पर स्थापित किये गए थे। दुर्घटना की रोकथाम और सड़क सुरक्षा में काम करने वाले एक NGO सेव लाइफ फाउंडेशन ने सिंहगढ़ रोड पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज करवाई है।

 
दुर्घटना के लिहाज से ब्लैक स्पॉट बना हुआ है इलाका
पुलिस के मुताबिक NGO ने कुछ महीने पहले वाहनों की गति प्रदर्शित करने और उस पर डेटा एकत्र करने के लिए सेल्फी प्वाइंट पर एक स्पीड रडार गन और एक कनेक्टेड वीएएसएस सिस्टम स्थापित किया था। सिस्टम चोरी होने की शिकायत दर्ज किये जाने के बाद मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। कात्रज और नर्हे के बीच मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग के पास सेल्फी पॉइंट वाला स्पॉट एक प्रमुख दुर्घटना-प्रवण क्षेत्र बना हुआ है, जहां मानवीय त्रुटियों, तेज गति और ड्राइवरों द्वारा न्यूट्रल गियर बदलने के कारण अधिकांश दुर्घटनाएं होती हैं। जिससे यह क्षेत्र दुर्घटना के लिहाज से ब्लैक स्पॉट बना हुआ है।
 
 
40 से अधिक दुर्घटनाओं में 44 की मौत 
राजमार्ग के इस हिस्से की देखभाल भारती विद्यापीठ और सिंहगढ़ रोड ट्रैफिक विभाग करता है। एक डेटा के मुताबिक 2022 में 40 से अधिक जानलेवा दुर्घटनाएं रिपोर्ट हुई हैं, जिनमें 44 लोगों की जान चली गई है। हाईवे खंड में नवले ब्रिज और सेल्फी पॉइंट के रूप में पहचाने जाने वाले दो प्रमुख दुर्घटना ब्लैक स्पॉट हैं, जहां पुणे शहर के अन्य ब्लैक स्पॉट के मुकाबले सबसे अधिक दुर्घटनाएं देखी गई हैं।
 
NGO पुलिस के साथ विश्लेषण करने और विभिन्न उपायों पर सहयोग करती है
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और भारतीय सड़क कांग्रेस द्वारा स्थापित मानदंडों के अनुसार, सड़क के 500 मीटर के एक हिस्से को ब्लैक स्पॉट के रूप में संदर्भित किया जाता है, जिस पर तीन वर्षों में पांच या अधिक मौतें या जानलेवा दुर्घटनाएं हुई हों। अधिकारियों ने कहा कि सेव लाइफ फाउंडेशन इन दुर्घटनाओं के रुझानों का विश्लेषण करने और विभिन्न उपायों पर काम करने के लिए पुलिस के साथ सहयोग कर रहा है।