पुणे

Published: Jun 17, 2021 04:53 PM IST

Schoolप्राथमिक शिक्षा विभाग के लिए नीति, गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पुणे. महानगरपालिका प्राथमिक शिक्षा विभाग को सक्षम करने के लिए पुणे महानगरपालिका प्रशासन (Pune Municipal Administration) द्वारा विभिन्न उपाय योजनाएं मुहैया की जा रही है। इसके तहत छात्रों (Students) की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रयास किया जाएगा। इससे सम्बंधित नियोजन शिक्षा विभाग (Education Department) द्वारा किया गया है। शिक्षा समिति के माध्यम से यह नीति बनाई जाएगी। इसका प्रस्ताव समिति के समक्ष रखा था। इस पर समिति की बैठक में चर्चा कर इसे मंजूरी दी गई। ऐसी जानकारी समिति की अध्यक्ष मंजुश्री खर्डेकर ने दी। 

ज्ञात हो कि पुणे महानगरपालिका की ओर से शहर में प्राथमिक साथ ही माध्यमिक विभाग की करीब 287 स्कूल चलाई जाती हैं। इसमें करीब 1 लाख तक छात्र पाठ पढ़ते हैं। इसमें बालवाडी, पहली कक्षा से लेकर 4 थी कक्षा, 5 से 7वीं कक्षा साथ ही 8वीं कक्षा से लेकर 10वीं कक्षा तक के स्कूलों का समावेश है। विगत कई सालों से देखने को मिल रहा है कि मनपा स्कूलों के छात्रों की तादाद कम होती जा रही है। इस वजह से ये तादाद बढ़ाने के लिए प्रशासन द्वारा विभिन्न प्रयास किए जा रहे है।

शुरू होंगे ऑनलाइन प्रवेश  

ज्ञात हो कि बालवाड़ी के बाद कई अभिभावक अपने बच्चों का निजी स्कूलों में प्रवेश लेते हैं। इस तरह का माहौल 5वीं व 8वीं कक्षा को लेकर भी होता है। मनपा स्कूलों के छात्र गरीब घर के होते है। माली हालात खराब होने के कारण इन बच्चों के अभिभावक आगामी शिक्षा के लिए मनपा स्कूलों में आते हैं, लेकिन उन्हें स्कूल बंद नजर आते हैं। इस वजह से इन लोगों को निजी स्कूलों का सहारा लेना पड़ता है। इस वजह से इस साल मनपा प्रशासन ने महापालिका स्कूलों में छात्रों की तादाद बढ़े एवं पाठशाला में छात्रों का जो प्रमाण कम हो रहा है, उसे रोकने के साथ ही आगामी शिक्षा के लिए भी मनपा के स्कूलों में ही प्रवेश लेने को लेकर महानगरपालिका प्रशासन की ओर से छुट्टी में भी 2 घंटे तक स्कूल शुरू रखें थे। साथ ही स्कूलों में शनिवार को बिना दफ्तर उपक्रम भी मुहैया किया जा रहा है। इससे भी छात्रों को फायदा हो रहा है। साथ ही जारी साल से तो ऑनलाइन प्रवेश देने का फैसला भी लिया गया है।

 शिक्षा नीति में क्या है प्रावधान?