पुणे
Published: Oct 03, 2023 04:15 PM ISTPune Metro News अब नहीं कर सकेंगे मेट्रो स्टेशन पर टाइमपास! टिकट लेने पर 20 मिनट में यात्रा करना अनिवार्य
पुणे: पुणे मेट्रो (Pune Metro) में यात्रियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। वहीं, मेट्रो स्टेशन पर सिर्फ टाइम पास करने के लिए आने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ गई है। बहुत से लोग टिकट लेकर स्टेशन के अंदर आराम करने के लिए बैठ जाते हैं। इससे यात्रियों को अनावश्यक असुविधा होती है। इसके समाधान के रूप में, महामेट्रो ने अब यात्रियों के लिए टिकट लेने के बाद स्टेशन में प्रवेश करने के 20 मिनट के भीतर अपनी यात्रा शुरू करना अनिवार्य (Mandetory) करने का कदम उठाया है।
पुणे मेट्रो वर्तमान में दो मार्गों पर संचालित होती है, वनाज से रूबी हॉल और पिंपरी-चिंचवड़ मनपा से जिला न्यायालय तक। मौजूदा समय में रोजाना करीब 60 से 65 हजार यात्री मेट्रो से सफर करते हैं। मेट्रो की दैनिक यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। वहीं पिछले कुछ दिनों में मेट्रो स्टेशन पर समय बिताने आने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। कई लोग टिकट लेकर स्टेशन में प्रवेश तो करते हैं, लेकिन यात्रा शुरू नहीं करते। वह एक-दूसरे से बातचीत करते हैं। वहीं यह बात भी सामने आयी कि कुछ लोग स्टेशन परिसर में बैठक कर रहे थे।
स्टेशन पर समय बिताने के लिए जुटने वाले लोग यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। क्योंकि स्टेशन पर हमेशा भीड़ रहती है। इसके समाधान के तौर पर महामेट्रो ने टिकट लेने के बाद स्टेशन में प्रवेश करने के 20 मिनट के भीतर यात्रा शुरू करने का नियम लागू करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही टिकट लेने और स्टेशन में प्रवेश करने के बाद यात्री को यात्रा पूरी करके 90 मिनट के भीतर बाहर निकलना होगा। महामेट्रो ने इस नियम को लागू करना भी शुरू कर दिया है।
मेट्रो से यात्रा करते समय रखें इस बात का ध्यान
• टिकट लेने और स्टेशन में प्रवेश करने के 20 मिनट के भीतर यात्रा शुरू करें
• यात्रा शुरू करने और समाप्त करने के 90 मिनट के भीतर मेट्रो स्टेशन से बाहर निकलें
हेमंत सोनवणे- कार्यकारी निदेशक, महामेट्रो ने कहा, मेट्रो से यात्रा करते समय यात्रियों को अनावश्यक रूप से स्टेशन पर नहीं घूमना चाहिए। इससे स्टेशन पर भीड़ लग जाती है और अन्य यात्रियों को परेशानी होती है। इसके समाधान के तौर पर महामेट्रो ने यात्रा समय नियम लागू करने का फैसला किया है। देश के अन्य महानगरों में भी ऐसा ही नियम है।