पुणे

Published: Nov 29, 2022 07:09 PM IST

Pune Auto Strike Updatesऑटो हड़ताल के बाद हरकत में आया आरटीओ, बाइक टैक्सी सेवा देनेवाली रैपिडो कंपनी पर मामला दर्ज

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पिंपरी: अवैध बाइक टैक्सी सेवा पर रोक सहित अन्य मांगों को लेकर पिंपरी-चिंचवड और पुणे दोनों शहरों के रिक्शा चालक पुणे में हड़ताल पर चले गए हैं। आरटीओ का विरोध करते हुए उन्होंने रिक्शा निकालकर पुणे आरटीओ (Pune RTO) कार्यालय तक चक्काजाम किया। नतीजतन इस अवैध बाइक टैक्सी सेवा प्रदान करने वाली रेपिडो कंपनी (Rapido Company) के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज किया गया। इस संबंध में पिंपरी-चिंचवड के भोसरी एमआईडीसी पुलिस थाने (Bhosari MIDC Police Station) में शिकायत दर्ज कराई गई है।

रोपन ट्रांसपोर्टेशन प्राइवेट लिमिटेड और पुणे की एक कंपनी रेपिडो पिछले पांच सालों से पुणे और पिंपरी-चिंचवड शहरों में बिना अनुमति के एप-आधारित बाइक टैक्सी सेवाएं प्रदान कर रही थी। इससे रिक्शा और टैक्सी चालक प्रभावित हो रहे थे, इसलिए वे और रिक्शा चालक फरवरी 2021 से ‘रेपिडो’ का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने आरटीओ को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कई अभ्यावेदन दिए हैं,  लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

 भोसरी एमआईडीसी थाने में दर्ज हुआ केस

परिवहन आयुक्त के तीन सितंबर 2022 के आदेश के तहत पिंपरी-चिंचवड आरटीओ ने नौ ‘रैपीडो’ बाइकों के खिलाफ कार्रवाई का दिखावा भर किया। इसलिए दोनों शहरों के रिक्शा संघों ने आखिरकार चक्का जाम का आखिरी हथियार निकाला। उसके बाद पिंपरी-चिंचवड आरटीओ के मोटर वाहन निरीक्षक तानाजी शिवाजी धूमल ने कल भोसरी एमआईडीसी थाने में ‘रेपीडो’ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। तदनुसार, पुलिस ने कल कंपनी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, आईटी अधिनियम और मोटर वाहन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। ‘रेपिडो’ कंपनी पर अवैध बाइक टैक्सी चलाकर मुनाफा कमाने का आरोप लगाया गया है। इस प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि इस कंपनी ने इस तरह की सेवा चलाकर रिक्शा चालकों, टैक्सी चालकों और सरकार के साथ धोखा किया है।

आंदोलन अस्थायी रूप से स्थगित 

‘रैपिडो’ कंपनी बिना लाइसेंस के बाइक से यात्री परिवहन कर रही थी। इतना ही नहीं जिस एप का ये इस्तेमाल कर रहे थे वह भी गैरकानूनी था। इसलिए आरटीओ ने इस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस के साइबर विभाग को भी लिखा है। कंपनी ने बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया था कि जब तक राज्य में बाइक टैक्सी योजना शुरू नहीं हो जाती, तब तक वह सेवा नहीं देगी। साथ ही इस अनुमति के लिए उनके आवेदन को बाद में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) ने खारिज कर दिया था। हालांकि, उसके बाद इस कंपनी की बाइक टैक्सी सेवा अवैध रूप से चलती रही। इस बीच दोनों शहरों के रिक्शा संघों ने कल सही निर्णय लेने का आश्वासन मिलते ही इस चक्काजाम आंदोलन को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया। हालांकि, उनके आंदोलन के कारण यात्रियों को रिक्शा की कमी के कारण परेशानी हो रही थी।