पुणे
Published: Oct 03, 2021 05:19 PM ISTPune Crimeपिंपरी चिंचवड़ में कानून के रखवालों की सुरक्षा खतरे में, पुलिसवालों पर हमले की 7 वारदातें
पिंपरी. ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों (Policemen) पर हमले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। पुलिस को धमकी देने से लेकर मारपीट करने तक हिम्मत बढ़ गई है। इतना ही नहीं कुछ लोगों का हौसला यहां तक बढ़ गया है कि चौकी और थाने में हंगामा कर अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ हाथ उठाया गया।
सितंबर में पिंपरी चिंचवड़ शहर में पुलिस पर हमले की सात घटनाएं हुई। नागरिकों की सुरक्षा सहित कानून-व्यवस्था बनाए रखने वाले ही असुरक्षित दिखाई देते हैं। पुलिस के सुरक्षित न होने से शहर के लोग भी पूछ रहे हैं कि आम लोगों की सुरक्षा का क्या ? नागरिकों की सुरक्षा के लिए पुलिस 24 घंटे काम कर रही है। पुलिस तब भी लगातार सड़कों पर थी जब नागरिक कोरोना के डर से घरों में बैठे थे। इस दौरान महामारी की रोकथाम में पुलिस ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
प्रवृत्ति वाले लोगों से निपटना पड़ता है
हालांकि, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिन-रात काम करने वाली पुलिस को ड्यूटी के दौरान अलग-अलग प्रवृत्ति वाले लोगों से निपटना पड़ता है। कानून के उल्लंघन के मामले में, केवल उल्लंघन करने वाले ही पुलिस से लड़ पड़ते हैं। कुछ तो पुलिस के खिलाफ हाथ उठाने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। कुछ मामलों में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। लगातार हो रही इस तरह की घटनाएं पुलिस का मनोबल गिरा रही हैं। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस कमिश्नरी ने सराय में मकोका, तड़ीपार, एमपीडीए जैसी कार्रवाइयों से अपराधियों पर नकेल कसी है। शहर में ऐसी घटनाएं हुई हैं जहां ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही पुलिस को संबंधित अपराधियों ने धक्का-मुक्की कर पीटा है।
धक्का-मुक्की की घटनाएं हो चुकी हैं
इस साल पुलिस पर हमले की 69 घटनाएं हो चुकी हैं। अकेले सितंबर में ऐसी सात घटनाएं सामने आई। इससे पहले पुलिस से गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की घटनाएं हो चुकी हैं। अब सीधी मारपीट जैसी घटनाएं घट रही हैं। आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या होगा क्योंकि अपराधी पुलिस के खिलाफ हाथ उठाना शुरू कर देते हैं? ऐसा प्रश्न उठाया जा रहा है। इस बारे में पुलिस उपायुक्त आनंद भोईटे ने कहा कि, इस तरह की घटनाएं बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी, सम्बन्धितों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सितंबर माह में घटी हमले की घटनाएं
- 5 सितंबर – भोसरी एमआईडी से निर्वासित आरोपी पुलिस को धमकाकर, गालीगलौज करते हुए धक्कामुक्की
- 9 सितंबर – तलवड़े में, दो यातायात पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से धक्कामुक्की कर दी धमकी
- 18 सितंबर – निगड़ी में पुलिस को तलवार से जान से मारने की धमकी देकर भागने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
- 21 सितंबर – देहुरोड थाने में एक सहायक निरीक्षक समेत दो कर्मचारियों के साथ मारपीट
- 22 सितंबर – पिंपरी के शगुन चौक पर पांच लोगों द्वारा पुलिस से मारपीट
- 26 सितंबर – चिंचवड़ थाने में एक व्यक्ति ने पुलिस को धक्कामुक्की कर की मारपीट
- 26 सितंबर – थेरगांव में अपराधी द्वारा बहस करते हुए पकड़ी फौजदार की कॉलर