पुणे

Published: Mar 29, 2022 03:37 PM IST

Somatane Toll Plazaराज्य सरकार पर सोमाटणे टोलनाका बंद करने का फैसला

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पिंपरी: सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने हाल ही में लोकसभा में घोषणा की कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर 60 किलोमीटर के इनर टोल प्लाजा को बंद करने की घोषणा की। जनसेवा विकास समिति ने इसके लिए गडकरी को बधाई दी। गडकरी को लिखित बयान जारी कर पुणे-मुंबई राजमार्ग (Pune-Mumbai Highway) पर अनधिकृत सोमाटाने टोल प्लाजा (Somatane Toll Plaza) को तत्काल बंद (Close) करने की मांग की गई थी। गडकरी ने बयान को ध्यान से पढ़ा और अपने निर्णय और केंद्र की भूमिका के बारे में उपस्थित पदाधिकारियों को समझाया।

हालांकि टोल प्लाजा राष्ट्रीय राजमार्ग पर है, लेकिन इसका पूरा अधिकार राज्य सरकार में निहित है, उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा पर निर्णय लेने का अधिकार केवल राज्य सरकार को है।

…तो सभी दल के कार्यकर्ता करेंगे आंदोलन

पुणे-मुंबई राजमार्ग पर स्थित सोमाटाने टोल नाका अवैध है और इसमें कई बड़े लोगों के हित शामिल हैं। वहां आम नागरिकों की लूटपाट चल रही है।जनसेवा विकास समिति के संस्थापक किशोर अवारे ने चेतावनी दी है कि अगर आठ दिनों के भीतर टोलनाका बन्द करने की कार्रवाई नहीं की गई तो तलेगांव में जनसेवा विकास समिति और सभी पार्टी के नेता व कार्यकर्ता आंदोलन करेंगे। तलेगांव दाभाडे की जनसेवा विकास समिति के पदाधिकारियों ने पूर्व राज्यमंत्री बाला भेगडे, भाजपा जिलाध्यक्ष गणेश भेगडे और पिंपरी- चिंचवड़ महानगरपालिका के पूर्व सभागृह नेता एकनाथ पवार की अगुवाई में केंद्रीय यातायात और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर उसे हल कर उपरोक्त टोलनाके को बंद कराने के बारे में चर्चा की। इस मौके पर जनसेवा विकास समिति के मिलिंद अच्युत, अनिल भांगरे, कल्पेश भगत, सुनील पवार अद्मसुब  व अन्य नेता व  पदाधिकारी उपस्थित थे। जनसेवा विकास समिति के संस्थापक किशोर अवारे ने बताया कि राज्य सरकार के आदेश के अनुसार दोनों टोल प्लाजा के बीच की दूरी 45 किमी है और उस सीमा के भीतर भी सोमाटाने टोल प्लाजा फिट नहीं है।