ठाणे

Published: Jun 13, 2021 04:47 PM IST

Bhiwandiधोखादायक इमारतों को लेकर भिवंडी महानगरपालिका प्रशासन सतर्क, रहिवासियों से खाली कर तोड़क कार्रवाई शुरू

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

भिवंडी. महानगरपालिका आयुक्त डॉ. पंकज आसिया के आदेश पर भिवंडी महानगरपालिका (Bhiwandi Municipal Corporation) क्षेत्रीय प्रभाग अधिकारियों की टीम द्वारा धोकादायक इमारतों (Dangerous Buildings) को रहिवासियों से खाली कर तोड़क कार्रवाई अंजाम दी जा रही है। पद्मा नगर स्थित बाबू चौक पर धोकादायक बिल्डिंग को रहिवासियों से खाली कर तोड़क कार्रवाई शुरू की गई है। उक्त मौके पर क्षेत्रीय सहायक आयुक्त सुनील भालेराव, रमाकांत म्हात्रे सहित भारी संख्या में महानगरपालिका कर्मियों की टीम मौजूद थी।

महानगरपालिका प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, नागरिकों की जीवन सुरक्षा के मद्देनजर धोखादायक, अति जर्जर इमारतों को रहिवासियों से खाली कर निष्कासित किए जाने का आदेश महानगरपालिका आयुक्त डॉ. पंकज आशिया ने सम्बन्धित अधिकारियों को दिया है। भिवंडी महानगरपालिका अंतर्गत 1,2,3,4,5 प्रभाग समिति में क्षेत्रीय अधिकारियों की टीम धोकादायक, अति जर्जर इमारतों से रहिवासियों को खाली कराए जाने के लिए बिजली, पानी कनेक्शन खंडित किया जा रहा है। 

1307 इमारतों को धोकादायक घोषित किया

महानगरपालिका शहर विकास विभाग द्वारा भिवंडी शहर स्थित 1307 इमारतों को धोकादायक घोषित किया गया है। बरसात में धोखादायक इमारतों के गिरने की आशंका को गंभीरता से लेते हुए महानगरपालिका आयुक्त द्वारा धोखादायक, जर्जर इमारतों को खाली कर तोड़क कार्रवाई किए जाने का आदेश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। महानगरपालिका प्रभाग समिति क्रमांक-3 अंतर्गत पद्मानगर क्षेत्र स्थित बाबू चौक पर घर नंबर-1437 बाबू पाटिल की इमारत को रहिवासियों से खाली कराया गया और जेसीबी मशीन से तोड़क कार्रवाई अंजाम दी जा रही है। 

धोखादायक इमारतों को करें फौरन खाली

महानगरपालिका प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए जीवन सुरक्षा के मद्देनजर धोकादायक इमारतों में रहने वाले तमाम रहिवासियों से जीवन सुरक्षा के लिए अविलंब खाली किए जाने का आह्वान किया है। विदित हो कि पिछली बरसात के दौरान धामनकर नाका स्थित पटेल कंपाउंड में अवैध रूप से निर्मित 3 मंजिला जिलानी इमारत जमींदोज होने से 38 लोगों की जान चली गई थी और 25 लोग घायल हुए थे। महानगरपालिका प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हादसे से पूर्व इमारतों को खाली कराए जाने में जुट गया है।