ठाणे

Published: Sep 27, 2022 03:38 PM IST

Agricultural Landकल्याण तहसील में चल रहा है फर्जी किसान बनकर कृषि भूमि खरीदने का धंधा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

कल्याण : कल्याण तहसील (Kalyan Tehsil) में फर्जी किसान (Fake Farmer) बनकर कृषि जमीन (Agricultural Land) खरीदने का गोरखधंधा (Gossip) जोरों से चल रहा। सरकार और किसानों को करोड़ो का चूना लगाया जा रहा हैं। एस ही एक मामला प्रकाश में आया हैं और इस बारे में शिकायत मिलने उप जिला अधिकारी अभिजीत भांडे पाटिल ने विशाल कुमार मथुरा गुप्ता की अपील के बाद रायता विलेज में सर्वे नंबर 121/फ के एक भूखंड के बारे में तहसीलदार द्वारा लिए फैसले पर स्टे लगा दिया हैं। एक और अपील कर्ता कैलाश शंकरलाल सोनी ने इस जमीन के साथ ही इस तरह खरीदी अन्य जमीनों की जांच कर ऐसे फर्जी किसान भूमाफियाओं द्वारा खरीदी गई जमीनों को सरकार जमा करने की मांग की हैं। जिससे फर्जी किसान बने भूमाफियाओं में हड़कंप मच गया हैं। 

गौरतलब हो कि तहसील कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार का अंदाज इसी से लगाया जाता हैं कि अभी हाल ही में कल्याण के उप जिला अधिकारी अभिजीत भांडे पाटिल द्वारा कल्याण तहसील के कांबा विलेज में 470 एकड़ जमीन सरकार जमा की गई हैं जिससे बड़े-बड़े भूमाफियाओं में खलबली मची हुई हैं और किसानों और आम नागरिकों द्वारा एसडीएम अभिजीत भांडे पाटिल की सराहना की जा रही हैं। 

किसान ही कृषक जमीन खरीद सकता हैं 

बता दें कल्याण तहसील में भ्र्ष्टाचार इस कदर व्याप्त हैं कि यहां के क्लर्क, तलाठी से लेकर तहसीलदार तक रिश्वत लेते हुए एसीबी द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके है और लेकिन अब एक और मामला सामने आया हैं जिसमें उल्हासनगर निवासी हेंमनदास हरिराम जेसवानी द्वारा राजस्थान से लिए गए भूमि प्रमाणपत्र से हेंमनदास जेसवानी और उनके बेटों नवीन हेंमनदास जेसवानी और रिंकू हेंमनदास जेसवानी ने कल्याण तहसील के मौजे रायता और मौजे मानिवली में खुद को किसान बताकर कृषि जमीन खरीदी गई हैं, जो अवैध हैं। क्यों कि महाराष्ट्र राजस्व कानून 84 सी के तहत महाराष्ट्र में किसान ही कृषि जमीन खरीद सकता हैं जो किसान नही हैं वह कृषि जमीन नहीं खरीद सकता हैं और भूमि प्रमाणपत्र किसान होने का प्रमाण नहीं होता हैं। 

पार्टनरशिप बैंक खाते से निकाले गए लाखों रुपए

शंकरलाल सोनी ने बताया कि रिंकू जेसवानी। नवीन जेसवानी के ऊपर पहले भी सरकारी अधिकारी के फर्जी सिग्नेचर करने की प्राथमिकी हो चुकी है यही नहीं यह दोनों इतने शातिर हैं कि इनके द्वारा फर्जी सिग्नेचर करके पार्टनरशिप बैंक खाते से लाखों रुपए निकाले गए है। जिसकी शिकायत कैलाश शंकर लाल सोनी द्वारा पुलिस में की हुई हैं। इस बारे में नवीन हेंमनदास जेसवानी से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि रायता में मेरे नहीं मेरे पिता के नाम से जमीन खरीदी गई हैं। जब उनसे पूछा गया कि आप तो किसान नहीं हो भूमि प्रमाणपत्र को किसान प्रमाण पत्र बताकर जमीन ली है। तभी उप जिला अधिकारी ने स्टे लगाया हैं यह सुनते ही उसने फोन कट कर दिया। 

कृषि जमीन गैर कानूनी तरीके से खरीद रहें 

इस बारे में जब कल्याण के उप जिला अधिकारी अभिजीत भांडे पाटिल से संपर्क किया और कहा कि आपने जो कार्य किया है। उसकी तारीफ हो रही हैं लेकिन अभी भूमाफिया सक्रिय हैं और किसान नहीं होते हुए भी कृषि जमीन गैर कानूनी तरीके से खरीद रहें हैं और सरकार और किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई जानकारी हो तो हमें भेजिए उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।