ठाणे

Published: Jun 07, 2022 09:53 PM IST

Thane Congressकांग्रेस का सत्ताधारी शिवसेना पर आरोप

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

ठाणे : राज्य में शिवसेना (Shiv Sena) के साथ सत्ता सुख भोग रही कांग्रेस (Congress) की ठाणे (Thane) इकाई ने एक बार फिर ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) में पिछले कई वर्षों से सत्तासीन रहने वाली शिवसेना पर हमला बोला है। ठाणे कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण ने आरोप लगाया है, कि महानगरपालिका क्षेत्र में एस आर ए (SRA) और क्लस्टर (Cluster) जैसी योजनाओं की मौजूदगी के बाद भी शहर को झोपड़ा मुक्त बनाने में किसी भी तरह की सफलता नहीं मिल रही है। इस स्थिति को लेकर ठाणे महानगरपालिका में सत्ताधारी दल और ठाणे महानगरपालिका प्रशासन उत्तरदायी है। 

संदीप शिंदे की ओर से विरोध प्रदर्शन का किया गया

ठाणे कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण के नेतृत्व में ठाणे शहर के कई मुद्दों को लेकर इस समय ठाणे महानगरपालिका के विभिन्न प्रभाग समिति कार्यालय पर कांग्रेस द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। ठाणे महानगरपालिका के उथलसर प्रभाग समिती कार्यालय पर ठाणे शहर कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष संदीप शिंदे की ओर से विरोध प्रदर्शन का किया गया। जिसमें कांग्रेस के उत्तर भारतीय सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष बजरंग यादव, ठाणे इंटक के अध्यक्ष सचिन शिंदे, प्रवीण खैरालिया, मनोज पांडेय, सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी शामिल थे। कांग्रेस का आरोप है, कि प्रभाग समिति में भी नाले सफाई के नाम पर घपले किए जा रहे हैं। वहीं यहां अवैध निर्माणों की भी समस्या गंभीर है। प्रशासन पूरी तरह उदासीन है।

नाला सफाई को लेकर जताई नाराजगी 

इस अवसर पर चव्हाण ने कहा कि नाले सफाई का काम ईमानदारी से नहीं किया जा रहा है। जिस कारण आगामी बारिश के दौरान जलजमाव की भीषण समस्या पैदा होगी। उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी व्यक्त किया कि महानगरपालिका प्रशासन अवैध निर्माण को लेकर किसी भी तरह की गंभीरता नहीं दिखा रहा है। उनका यह भी आरोप था कि ठाणे महानगरपालिका के अधिकारी महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा का दिशाभूल कर रहे हैं। यही कारण है कि नाले सफाई को लेकर लगातार जन विरोध की आवाज उठ रही है। चव्हाण ने चेतावनी दी कि कांग्रेस का विरोध आंदोलन थमने वाला नहीं है। आगामी 14 जून को इन्हीं तमाम मुद्दों को लेकर ठाणे महानगरपालिका मुख्यालय पर भी जोरदार विरोध आंदोलन किया जाएगा। इस आंदोलन के माध्यम से प्रशासनिक विफलता का राज खोला जाएगा। विभिन्न कार्य में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर किया जाएगा।