ठाणे

Published: Aug 04, 2022 04:39 PM IST

Ulhasnagar Newsरिस्क बेस प्लान के नाम पर हो रहे अवैध निर्माण!, जाने क्या है मामला

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

उल्हासनगर : उल्हासनगर शहर (Ulhasnagar City) में 63 रिस्क बेस प्लान (Risk Base Plan) यानी जोखिम आधार योजना में नियमों का उल्लंघन किए जाने का खुलासा महानगरपालिका (Municipal Corporation) के नगर रचनाकार प्रकाश मुले ने किया था। उन्होंने इसमें दोषियों के खिलाफ एमआरटीपी के तहत मामला दर्ज करने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन दो महीने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब महानगरपालिका कमिश्नर अजीज शेख (Municipal Commissioner Aziz Sheikh) ने प्रकाश मुले को रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए है। जब पत्रकारों ने इस संबंध में महानगरपालिका कमिश्नर अजीज शेख से पूछा तो उन्होंने तुरंत प्रकाश मुले को यह आदेश दे दिया।

अनाधिकृत निर्माण चल रहा

उल्हासनगर के एक आर्किटेक्ट अमर जग्यासी ने वर्ष 2018 में तत्कालीन महानगरपालिका कमिश्नर सुधाकर देशमुख और टाउन प्लानर मिलिंद सोनवणे से लिखित शिकायत की थी कि उल्हासनगर महानगरपालिका क्षेत्र की चार प्रभाग समिति में जोखिम आधारित निर्माण (रिस्क बेस प्लान) के नाम पर बड़ी मात्रा में अनाधिकृत निर्माण चल रहा है। लेकिन इसकी अनदेखी की गई। इसके बाद जब प्रकाश मुले ने स्थानीय महानगरपालिका नगर रचनाकार के रूप में कार्यभार संभाला, तो उन्होंने जोखिम आधार मामले की जांच की और सनसनीखेज खुलासा किया कि 63 जोखिम आधार मामलों में नियमों के उल्लंघन, अनियमितताएं, त्रुटियां और अनाधिकृत निर्माण हुए है। मुले ने तत्काल निर्माण रोकने के आदेश दिए थे साथ ही उन दोषियों के खिलाफ एमआरटीपी के तहत आपराधिक कार्रवाई की भी चेतावनी दी थी। 

दो महीने बाद भी संबंधित पर कार्रवाई नहीं

शहर में 129 प्लान पास किए जाने से महानगरपालिका को तकरीबन 56 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। रिस्क बेस का मामला उजागर करने वाले शहर के नगर रचनाकार प्रकाश मुले को एक महीने के भीतर दो बार विभागीय पदोन्नति हुई। लेकिन सवाल यह उपस्थित हो रहा है कि रिस्क बेस में गड़बड़ी का पर्दाफाश होने के 2 महीने बाद भी सबंधितों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार रिस्क बेस प्लान पास करने में प्रभाग समिति के संबंधित अधिकारी की भी महत्त्वपूर्ण भमिका रहती है।