ठाणे

Published: Feb 02, 2023 07:42 PM IST

Banned Plastic Fine Collected KDMC ने प्रतिबंधित प्लास्टिक का इस्तेमाल करने वाले दुकानदारों से एक साल में वसूले इतने लाख

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

कल्याण : सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use Plastic) पर बैन होने के बावजूद शहर में पॉलीथिन के थैले का धड़ल्ले उपयोग हो रहा है। शादी समारोह भोज भंडारा में इसका उपयोग बंद नहीं हो रहा। शहर के सब्जी मंडी में खुलेआम छोटे-बड़े दुकानदार (Shopkeeper) से लेकर ठेला वाले जहां खरीदार को पॉलीथिन में ही सामान उपलब्ध करा रहे हैं। पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बारे में पूछने पर फुटकर दुकानदार बताते हैं कि लोग झोला लेकर नहीं आते है और प्लास्टिक के थैले की डिमांड करते हैं। मजबूरी में उसका उपयोग करना पड़ता है। यही हाल मिठाई दुकानदारों का है। उनका कहना है कि रसवाली मिठाई देने में प्लास्टिक का थैला देना मजबूरी हो जाता है। 

गौरतलब हो कि कल्याण-डोंबिवली शहर में प्रतिबंधित प्लास्टिक का इस्तेमाल करने वाले लोगों पर घनकचरा व्यवस्थापन विभाग के उपायुक्त अतुल पाटिल के निर्देशानुसार स्वच्छता अधिकारी राजेश गांवणकर के मार्गर्शन में ए एल घुटे, वसंत देगलूरकर और उनकी टीम द्वारा युद्ध स्तर पर लगातार दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है। पिछले साल यानी 2022 के आंकड़ों पर ध्यान दिया जाय तो जनवरी महीने में महानगरपालिका द्वारा कार्रवाई करते हुए 405 किलो प्लास्टिक जप्त कर 8 लाख 65 हजार रुपए का दंड वसूला था, फरवरी में 503 किलो , मार्च में 110 किलो प्लास्टिक जप्त करते हुए 3 लाख 25 हजार रूपए, अप्रैल में 200 किलो जब्त करते हुए 2 लाख 40 हजार रूपए इसी प्रकार जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 तक के आंकड़ों पर ध्यान दिया जाय तो 1864.1 किलो प्लास्टिक जप्त करते हुए 40 लाख 55 हजार रूपए का दंड मनपा के घन-कचरा विभाग द्वारा वसूला गया है। वहीं जनवरी 2023 के आकड़ो पर ध्यान दिया जाय तो मात्र 31 किलो प्लास्टिक जब्त करते हुए महानगरपालिका ने 1 लाख 15 हजार रूपए दंड वसूला गया है। 

प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग कम

इस संदर्भ में विभाग के उप मुख्य स्वच्छता अधिकारी राजेश गवाणकर ने बताया कि पिछले साल के जनवरी महीने की वसूली पर ध्यान दिया जाय तो इस साल जनवरी में काफी कम प्रतिबंधित प्लास्टिक जब्त हुआ है। इससे कयास लगाया जा सकता है कि शहर की जनता और दुकानदार अब जागरूक हो रहे है।  जिसके कारण प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग कम होता दिख रहा है। इस संदर्भ में दुकानदार और ग्राहकों का कहना है कि अगर प्रतिबंधित सामान की आपूर्ति ही नहीं होगी तो उसका लोग इस्तेमाल कैसे कर पाएंगे। वैसे कानून का पालन हर किसी को करना चाहिए।