महाराष्ट्र

Published: Apr 26, 2022 09:24 PM IST

Power Failureएमएमआर में दो घंटे बिजली गुल, ग्रिड फेल होने से हुआ प्रभावित हुआ काम

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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मुंबई: मंगलवार सुबह अचानक बिजली का ग्रिड फेल (Grid Failure) होने से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) सहित एममएमआर (MMR) में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। मुंबई शहर (Mumbai City) को बिजली आपूर्ति करने वाले बेस्ट प्रशासन ने बताया कि सुबह 8 बजे कलवा पडघा स्थित टाटा की 400 केवी लाइन का ग्रिड फेल होने से मुंबई में कामकाज प्रभावित हुआ। हालांकि ग्रिड में आई तकनीकी खराबी (Technical Fault) को दूर करने के बाद सुबह 10.15 बजे बिजली सप्लाई (Power Supply) को बहाल कर लिया गया। लेकिन बिजली फेल होने से सभी गतिविधियां ठप पड़ गई।

इस ब्रेकडाउन की वजह से कई इलाके प्रभावित हुए जिनमें मुंबई सहित, ठाणे, कल्याण डोंबिवली, बदलापुर, अंबरनाथ, नवी मुंबई, रायगड़ जिले में बिजली गायब रही। चरणबद्ध तरीके से बिजली को बहाल किया गया। कहीं आधे घंटे में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई तो कुछ इलाकों में दो घंटे तक लोगों को बिजली का इंतजार करना पड़ा। महापारेषण के कलवा पड़घा में हाईप्रेशर वाली लाइन टूटने से यह समस्या पैदा हुई।

राज्यपाल के कार्यक्रम पर असर

वहीं, दादर के शिवाजी पार्क इलाके में स्काउट गाइड हॉल में ‘स्काउट गाइड स्टेट अवार्ड सेरेमनी’ का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को उपस्थित रहना था, लेकिन बिजली आपूर्ति बाधित होने का असर कार्यक्रम पर पड़ा। कार्यक्रम शुरु होने से पहले ही बिजली चली गई। बिजली आपूर्ति बहाल होने के बाद कार्यक्रम को पूरा किया गया।

मुंबई में 40 फीसदी पानी कटौती

उधर, कलवा पडघा में हाईवोल्टेज लाइन टूटने से मुंबई सहित एमएमआर के इलाकों में बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। उसका असर मुंबई में आपूर्ति होने वाले पानी पर भी पड़ा है। बिजली चले जाने से बीएमसी के पंप बंद हो गए थे इसलिए जलाशयों से पानी की सप्लाई नहीं हो सकी। बीएमसी का कहना है कि मुंबई में 25 से 40 प्रतिशत तक पानी आपूर्ति में कमी आई है। बीएमसी के अनुसार, बिजली गुल होने से मुंबई को जलापूर्ति पिसे पंजरापोल के पंप बंद पड़ गए थे। पानी का दबाव कम होने से मुंबई में ऊंचाई वाले स्थानों पर आपूर्ति बाधित रही। बिजली बहाल होने तक 25 फीसदी पानी में कटौती करना पड़ा। बीएमसी का कहना है कि पूर्व उपनगर में 60 प्रतिशत, शहर और वेस्टर्न सबब में 75 प्रतिशत आपूर्ति की गई है।