उत्तर भारत

Published: Sep 01, 2022 05:04 PM IST

Jharkhand Political Crisisझारखंड में सियासी संकट के बीच UPA प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से की मुलाकात, बोले- रुख साफ करें

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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रांची: झारखंड में जारी सियासी संकट के बीच यूपीए (UPA) प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने प्रदेश के राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) से मुलाकात की है। राजभवन में राज्यपाल से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा, जेएमएम सांसद महुआ मांझी और सांसद विजय हांसदा  जैसे कई नेता शामिल थे। ख़बरों के मुताबिक, इस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर बात की और उनसे अपना रुफ साफ करने को कहा। 

उल्लेखनीय है कि, झारखंड में विपक्षी पार्टी भाजपा ने सीएम हेमंत सोरेन को विधानसभा से अयोग्य घोषित करने की मांग की है , जिसके बाद से झारखंड में राजनीतिक संकट की स्थिति पैदा हो गई है। बता दें कि, अवैध खनन पट्टा आवंटित करने के मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता खतरे में नजर आ रही है। चर्चा यह भी है कि, निर्वाचन आयोग ने राज्य के राज्यपाल को इस संबंध में अपनी राय भेजी है। जिसमें सीएम हेमंत सोरेन को अयोग्य ठहराने की सिफारिश की गई है।   

यह है मामला?

इस मामले को लेकर भाजपा ने राज्य के राज्यपाल को मुख्यमंत्री की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग को लेकर याचिका दी है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि, सीएम ने कथित तौर पर खुद को खनन पट्टा आवंटित किया। साथ ही वह खनन विभाग का नेतृत्व भी कर रहे थे। इसके बाद राज्यपाल ने यह मामला चुनाव आयोग के पास भेजा था। 

चुनाव आयोग ने राजभवन भेजी है सिफारिश

चर्चा यह भी चगल रही है कि, चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री को अयोग्य ठहराने की सिफारिश राज्यपाल को भेजी है। हालांकि,राजभवन से भी अभी तक कोई फैसला नहीं सुनाया गया है।  इसी बीच, मुख्यमंत्री ने महागठबंधन के विधायकों को अपने आवास पर जमा किया था। वहीं, हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम  ने बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया है। पता हो कि, बीते दिन ही महागठबंधन के विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक रिसॉर्ट में शिफ्ट किया गया है।