उत्तर भारत

Published: Feb 23, 2022 09:53 PM IST

Strike 36 घंटे के बाद चंडीगढ़ से हटा अंधेरा, बिजली संघ ने हड़ताल की समाप्त

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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चंडीगढ़: समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में 36 घंटों से अधिक समय के बाद बिजली संकट से राहत मिली। इससे पहले यहां बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी थी। जिसके चलते पॉवर सप्‍लाई बंद हो गई थी। वहीं, कर्मचारियों ने बुधवार शाम हड़ताल वापस ले ली है। जिससे चंडीगढ़ के अधिकांश क्षेत्र में बधित बिजली आपूर्ति बहाल हो गई है। 

यूटी प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल ने एएनआई को बताया कि, ‘बिजली विभाग के कर्मचारियों ने फिर से ड्यूटी ज्वाइन कर ली है। अधिकांश इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। प्रशासन विभिन्न मुद्दों पर कर्मचारियों के संपर्क में है।’

उल्लेखनीय है कि, चंडीगढ़ शहर में सोमवार रात से ही बिजली का गहराया था। वहीं, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर को अदालत में पेश होने के लिए कहा था। बिजली इंजीनियर ने कर्मचारियों की हड़ताल पर चंडीगढ़ उच्च न्यायलय को बताया कि रात 10 बजे तक पूरे शहर की बिजली की बहाली की जाएगी। अभी तक 80 प्रतिशत बिजली बहाल की जा चुकी है। सेना का टेक्निकल विंग बिजली बहाल करने में जुटा है।

बिजलीकर्मियों की निजीकरण के खिलाफ हड़ताल

बता दें कि, सोमवार को बिजली कर्मचारियों ने बिजली के निजीकरण को लेकर 72 घंटे के हड़ताल का ऐलान किया था। कर्मियों ने यह हड़ताल केंद्र सरकार के उस फैसले के खिलाफ थी, जिसमें केंद्र ने चंडीगढ़ के बिजली विभाग के निजीकरण की फाइल को क्लीयर कर बिजली का काम निजी कंपनी एमीनेंट को देने का फैसला किया था। वहीं,बिजली यूनियन का आरोप है कि प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेशों की अनदेखी कर बिजली विभाग का निजीकरण किया है। जबकि, कर्मचारी इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।