उत्तर प्रदेश

Published: Jan 13, 2022 07:51 PM IST

UP Assembly Election 2022कांग्रेस ने जारी की यूपी में प्रत्याशियों की पहली सूची, जुझारु महिलाओं की भरमार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Pic: ANI

-राजेश मिश्र

लखनऊ : ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ के नारे के साथ मिशन यूपी की शुरुआत करने वाली प्रियंका गांधी ने कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची में आंदोलनों का चेहरा रही, प्रताड़ना का शिकार हुई और युवा कार्यकर्त्ताओं को खासी जगह दी है।

 सीएए आंदोलन में पुलिसिया दमन झेलने वाली लखनऊ की महिला एक्टिविस्ट सदफ जफर हों या उन्नाव रेप पीड़िता की मां आशा सिंह, लखीमपुर पंचायत चुनाव में प्रताड़ित महिला हो या प्रयागराज में निषादों की लड़ाई लड़ने वाली अल्पना निषाद, प्रियंका की पसंद जमीनी संघर्ष करने वाले बने हैं। जुझारु युवा नेता अनिल यादव, ललन कुमार, सागर सिंह सहित कांग्रेस की सूची में दर्जनों नए चेहरे हैं जिनकी पहचान जमीन पर है।

125 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी 

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए 125 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। पार्टी ने कहा है कि सूची में 40 फ़ीसदी महिलाएं और 40 फ़ीसदी युवा हैं। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने घोषणा की थी कि पार्टी उत्तर प्रदेश में 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देगी। पार्टी ने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा दिया है, जो काफी चर्चित हुआ है। प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसी महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा है, जिन्होंने बहुत संघर्ष किया, लेकिन उन्हें कभी चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला। 

 

 सदफ जफर को लखनऊ सेंट्रल सीट से टिकट

कांग्रेस ने उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता की मां आशा सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जबकि सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों में से एक रामराज गोंड को भी मैदान में उतारा है। इसी तरह आशा बहन की नौकरी करने वाली पूनम पांडेय को भी कांग्रेस ने टिकट दिया है। इसी तरह सीएए एनआरसी के खिलाफ संघर्ष करने वालीं सदफ जफर को लखनऊ सेंट्रल सीट से टिकट दिया गया है। बरेली कैंट से सुप्रिया ऐरन, नोएडा से पंखुड़ी पाठक और फर्रूखाबाद से पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद को भी पार्टी ने मैदान में उतारा है।

चुनाव के बाद भी उत्तर प्रदेश में ही रहूंगी

गुरुवार को एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में जो प्रयास शुरू किए हैं वह जारी रहेंगे और चुनाव के बाद भी वे उत्तर प्रदेश में ही रहेंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महिलाओं की बात शुरू की तो बाकी पार्टियां भी ऐसा ही करने लगीं। प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।  प्रियंका ने कहा कि वे कांग्रेस की मजबूती के लिए लगातार काम करती रहेंगी। उन्होंने कहा कि अगर हमारे साथी पीछे हट जाते हैं तो हमें ऐसा लगता है कि वे संघर्ष का रास्ता छोड़ रहे हैं।