उत्तर प्रदेश

Published: Oct 19, 2021 09:05 PM IST

Lakhimpur Khiri ViolenceSIT ने लखीमपुर खीरी हिंसा में शामिल लोगों की तस्वीरें की साझा, जानकारी देने वालों को मिलेगा इनाम 

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri) के तिकुनिया (Tikuniya Violence) में हुई हिंसा की की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) (SIT) गहराई से जांच कर रहा है। इस मामले में SIT अब तक केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र (Ajay Mishra) के बेटे आशीष मिश्र (Ashish Mishra) समेत कुल दस लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं अब इस हिंसा के मामले में SIT ने घटना में शामिल कुछ संदिग्ध लोगों की तस्वीरें जारी की हैं। SIT ने लोगों से इन संदिग्धों के बारे में सूचना देने की भी अपील की है। सूचना देने वाले लोगों को उचित पुरस्कार दिया जाएगा।

आरोपियों की तस्वीरें जारी 

SIT ने अपनी अधिसूचना में कहा कि, “तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जनपद में हुई हिंसा को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से हमें कई वीडियो और तस्वीरें मिली हैं। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि, यहां संदिग्ध हिंसा वाली जगह पर देखे जा रहे हैं। इन लोगों की पहचान हेतु छह तस्वीर जारी की जा रही है।”

इनाम की घोषणा 

SIT ने कहा, “जारी की गई तस्वीरों में शामिल लोगों की पहचान और उनकी जानकारी SIT को मुहैया कराएं। इन संदिग्धों की पहचान करने वालों को उचित इनाम दिया जाएगा। इसी के साथ सभी का नाम भी गोपनीय रखा जाएगा।”

इन नंबरों पर फोन कर दें जानकारी

सोमवार को चार आरोपी गिरफ्तार

गौरतलब है कि पुलिस ने सोमवार (18 अक्टूबर) को हिंसा मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों की पहचान सुमित जायसवाल, शीशीपाल, सत्यप्रकाश त्रिपाठी ऊर्फ सत्यम और नंदन सिंह बिष्ट के रूप में हुई है। SIT ने अब तक मुख्य आरोपी आशीष मिश्र, अंकित दास, आशीष पांडेय, लवकुश राणा, शेखर भारती और लतिफ सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।

15-20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया थाने में बहराइच जिले के निवासी जगजीत सिंह की ओर से सोमवार (11 अक्टूबर) को दर्ज कराई गई प्राथमिकी में गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्र उर्फ मोनू पर 15-20 अज्ञात लोगों के साथ किसानों के ऊपर जीप चढ़ाने और गोली चलाने का आरोप लगा गया है। जगजीत सिंह की तहरीर पर सोमवार (11 अक्टूबर) को तिकुनिया थाने में आशीष मिश्र उर्फ मोनू तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (उपद्रव), 148 (घातक अस्त्र का प्रयोग), 149 (भीड़ हिंसा), 279 (सार्वजनिक स्थल से वाहन से मानव जीवन के लिए संकट पैदा करना), 338 (दूसरों के जीवन के लिए संकट पैदा करना), 304 ए (किसी की असावधानी से किसी की मौत होना), 302 (हत्या) और 120 बी (साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

क्या है मामला?

गौरतलब है कि, 3 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी के गांव में राज्य सरकार ने कई उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम रखा हुआ था। जहां राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पहुंचने वाले थे। इसी को लेकर किसान सुबह से ही उनका विरोध कर रहे थे। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए केशव प्रसाद दूसरे रास्ते से कार्यक्रम पहुंचे। वहीं पुराने तय रास्ते पर तिकुनिया गांव पर भाजपा सांसद के कार्यकर्ता तीन गाड़ियों से जा रहे थे। इसी दौरान गाड़ियों ने पैदल चल रहे किसानों को टक्कर मार दी। जिसमें चार किसनों की मौत हो गई, और कई घायल हो गए। इस घटना के बाद वहां मौजूद भीड़ ने गाड़ियों के ऊपर हमला कर दिया। इस झड़प में एक पत्रकार समेत तीन भाजपा कार्यकर्ताओं को भीड़ ने पीटकर मार डाला।

किसान संगठन ने जहां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र पर गाड़ी से कुचलकर मारने का आरोप लगाया है। वहीं मंत्री ने इसे नकारते हुए आंदोलन करियों पर पहले हमला कर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करने का दावा किया है।