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Published: Dec 22, 2021 07:41 PM IST

Viral Video कबाड़ के जुगाड़ से बनाई किक मारने वाली जीप, जिसे देख आनंद महिंद्रा भी हुए मुरीद

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली: प्रसिद्ध उद्योगपति और महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) इंटरनेट की दुनिया में काफी सक्रिय रहते है। वह सोशल मीडिया पर रोजाना कई तरह के नए वीडियो शेयर करते रहते है। उन्होंने आज भी एक वीडियो शेयर किया है , जिसमें एक परिवार एक चार पहिया वाहन का उपयोग करते हुए दिखाई दे रहा है, जिसे कार, एक बाइक और एक ऑटो-रिक्शा सहित विभिन्न वाहनों के पुर्जों को इकट्ठा करके बनाया गया था।

आपने बाइक किक स्टार्ट तो देखी होगी, लेकिन जीप किक का ये अनोखा वीडियो पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर चर्चा में है।  आनंद महिंद्रा ने इसे साझा करते हुए लिखा, “यह स्पष्ट रूप से किसी भी नियम के अनुकूल नहीं है, लेकिन मैं अपने लोगों की सरल प्रकृति और ‘न्यूनतम’ क्षमता की सराहना करना कभी बंद नहीं करूंगा।” गतिशीलता के लिए उनका जुनून अद्भुत है।’ 

आप वीडियो में देख सकते है कि, एक वाहन का चालक वाहन को किक मारता है और उसे कुछ दूर तक ले जाता है। उन्होंने अपना नाम दत्तात्र्य विलास लोहार बताया है। उन्होंने बताया कि, चार पहिया वाहन को बाइक के इंजन का उपयोग करके बनाया गया था और इसमें जीप का बोनट है। जिसमें पहियों को एक ऑटो-रिक्शा से लिया गया है। इनोवेटिव वाहन में गियर, क्लच, ब्रेक और कार के अन्य हिस्से होते हैं। इस सारे कामचलाऊ व्यवस्था में उन्हें 50,000 से 60,000 रुपये का खर्च आया। भारत में सेकेंड हैंड फोर व्हीलर की कीमत भी 1 लाख रुपये से ज्यादा है।

वीडियो तब शूट किया गया था जब दत्तात्र्य विलास लोहार और उनका परिवार पंढरपुर की यात्रा कर रहे थे। उनके अनुसार, वाहन में अब तक कोई समस्या नहीं हुई है। बता दें कि, दत्तात्रेय और उनका परिवार महाराष्ट्र के सतारा जिले के देवराष्ट्र गांव के रहने वाले हैं।

उल्लेखनीय है कि, यह वीडियो पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो ने लोगों की नए इन्वेंशन और तकनीकों से काम करने योग्य चीजों को बनाने की क्षमता पर प्रकाश डाला है। जिन्हें बोलचाल की भाषा में जुगाड़  कहा जाता है। सोशल मीडिया पर इस गाड़ी की लोग काफी तारीफ कर रहे है। हालाँकि कुछ लोगों ने चिंता व्यक्त की है कि, अधिकारी इस वाहन को सड़क पर चलने की अनुमति नहीं दे सकते हैं क्योंकि यह निर्माण, सुरक्षा और प्रदूषण नियमों का उल्लंघन करता है।