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Published: May 17, 2023 11:41 AM IST

NASA Shocking Researchशॉकिंग! NASA की रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा, 30 मिनट और जिंदगी दांव पर, दुनिया हो जाएगी खत्म

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली: नासा कई तरह के अलग अलग शोध करती है, कुछ ऐसा ही एक रिसर्च हाल ही में किया है जिसके बारे में पढ़कर आप दंग रह जायेंगे। दरअसल नासा ने सौर तूफान के खतरे को लेकर लोगों को आगाह किया है। जी हां नासा ने कहा है कि अगर भविष्य में बहुत बड़ा सौर तूफान आता है तो यह अलर्ट पृथ्वी से 30 मिनट पहले ही जारी किया जा सकता है। अगर लोग इन 30 मिनट में खुद को सुरक्षित रखेंगे तो कुछ गुंजाइश बची रहेगी या फिर तबाही का मंजर देखने में देर नहीं लगेगी, इस रिसर्च ने सबको चौंका दिया है। आइए जानते क्या कहता है रिसर्च…

क्या है DAGGER तकनीक? 

जानकारी के लिए आपको बता दें कि सौर तूफान के खतरे से दुनिया को बचाने के लिए नासा के वैज्ञानिक डैगर नामक नई तकनीक पर शोध कर रहे हैं। डेली स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डैगर सोलर स्टॉर्म के बारे में ज्यादा जानकारी मुहैया कराने में मदद करेगा। इस तकनीक की मदद से कुछ मिनट पहले ही सौर तूफान की भविष्यवाणी की जा सकती है और उसकी दिशा भी बताई जा सकती है। इससे हम पहले से अलर्ट हो सकते है। 

विश्व पर रेडिएशन का प्रभाव 

इस बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि सौर तूफानों से निकलने वाला विकिरण (Radiation) पूरी दुनिया को प्रभावित कर सकता है। इतना ही नहीं बल्कि यह पृथ्वी के आसपास के वातावरण को भी प्रभावित करता है। गौरतलब है कि इतिहास में इससे पहले कई सौर तूफान दर्ज किए जा चुके हैं। 1989 में क्यूबेक सिटी, कनाडा में एक सौर तूफान दर्ज किया गया था। इससे पूरे शहर की बिजली गुल हो गई। गौरतलब हो कि वहीं, साल 1859 में अमेरिका में एक शक्तिशाली सौर तूफान देखा गया था, जिसने पुरे अमेरिका को हिला कर रख दिया था। 

भविष्यवाणी करना मुश्किल

सौर तूफानों को भू-चुंबकीय तूफानों के रूप में भी जाना जाता है। इसका सबसे ज्यादा असर रेडियो सिग्नल्स, पावर ग्रिड्स और कम्युनिकेशन सिग्नल्स पर देखने को मिल रहा है। अन्तरिक्ष में पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले उपग्रहों का उन पर अधिक प्रभाव पड़ता है, जिससे आंकड़ों के संग्रह में समस्या आती है। उदाहरण के लिए, जब सौर तूफान मौसम की भविष्यवाणी करने वाले उपग्रहों को प्रभावित करते हैं, तो सिग्नल की समस्या उत्पन्न होती है। इससे मौसम की भविष्यवाणी करना मुश्किल हो जाता है। फ़िलहाल नासा के इस रिसर्च ने सबको चौंका दिया है।