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Published: Jan 15, 2021 08:39 PM IST

सजा-ए-मौत अमेरिका में एक और कैदी को दी गई मौत की सजा, ट्रंप के प्रशासन में 12वी सजा-ए-मौत  

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

टेरे हौटे (अमेरिका): अमेरिकी सरकार (US Government) ने एक मादक पदार्थ तस्कर (Drug Dealer) को 1992 में वर्जीनिया की राजधानी में कई हत्याओं (Murder) में उसकी संलिप्तता के लिए मौत की सजा (Death Penalty) दी। हालांकि मादक पदार्थ तस्कर के वकीलों ने दावा किया था कि उसे दिये जाने वाले घातक इंजेक्शन (Injection) से उसे कष्टदायी दर्द होगा क्योंकि हाल में उसके कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित होने के चलते उसके फेफड़े को क्षति पहुंची है।

कोरे जॉनसन (Corey Johnson) (52) 12वां कैदी था जिसे ट्रंप प्रशासन (Trump Administration) द्वारा मौत की सजा फिर से शुरू किये जाने के बाद टेरे हौटे, इंडियाना (Indiana) स्थित संघीय जेल (Jail) परिसर में बृहस्पतिवार को मौत की सजा दी गई। उसे रात 11 बजकर 34 मिनट पर मृत घोषित किया गया।

जॉनसन को मौत की सजा और शुक्रवार को डस्टिन हिग्स को दी जाने वाली मौत की सजा अगले सप्ताह अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के शपथग्रहण (Oath Ceremony) से पहले आखिरी मौत की सजा होगी।

बाइडन मौत की सजा के विरोधी हैं और उन्होंने इसे समाप्त किये जाने के संकेत दिये हैं। दोनों ही कैदियों (Prisoners) को कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण हो गया था और इसी के चलते उनकी मौत की सजा पर रोक लग गई थी।

जॉनसन को 45 दिन की अवधि में रिचमंड (Richmond) में 11 व्यक्तियों की हत्या के मामले में अभ्यारोपित किया गया था। उसे और न्यूटाउन गिरोह के दो अन्य सदस्यों को भी मौत की सजा सुनायी गई थी।