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Published: Nov 19, 2020 08:03 PM IST

ईरान युद्धपोतअमेरिका के साथ विवाद के बीच ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने विमानवाहक युद्धपोत अपने बेड़े में शामिल किया

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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तेहरान: अमेरिका (America) के साथ विवाद जारी रहने के बीच ईरानी बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ (Revolutionary Guard) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने एक भारी युद्धपोत (War Ship) अपने बेड़े में शामिल किया है, जो हेलीकॉप्टर (Helicopter), ड्रोन (Drone) और मिसाइल लांचर (Missile Launcher) ढोने में सक्षम है।

इस पोत का नाम नौसेना (Navy) के मारे गए कमांडर अब्दुल्ला राउदकी (Commander Abdullah Roudki)के नाम पर रखा गया है। तस्वीरों में पोत पर ट्रक से दागी जाने वाली सतह से सतह पर मार करने में सक्षम मिसाइलें और विमान भेदी मिसाइलें लदी दिखाई देती हैं। पोत पर चार छोटी तेज नौकाएं भी हैं। ये नौकाएं वैसी ही हैं जिनका उपयोग रिवोल्यूशनरी गार्ड फारस की खाड़ी में नियमित रूप से करता रहा है। रिवोल्यूशनरी गार्ड के अनुसार पोत की लंबाई 150 मीटर (492 फुट) है।

अमेरिका के निमित्ज-श्रेणी के विमानवाहक पोतों की लंबाई 332 मीटर (1,092 फुट) है। ईरानी पोत पर रनवे नहीं है लेकिन हेलीकॉप्टर के लिए ‘लैंडिंग पैड’ है। रिवोल्यूशनरी गार्ड की नौसेना के कमांडर एडमिरल अली रेजा तंगसिरी ने कहा कि उनके बल खाड़ी जलक्षेत्र से आगे भी गश्त करना चाहते हैं। हिंद महासागर में उपस्थिति ईरान का अधिकार है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह पोत अमेरिकी नौसेना के गश्ती बेड़े का जवाब है।