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Published: Jun 04, 2023 03:32 PM IST

Americaअमेरिका में राहुल गांधी का BJP पर हमला तेज, बोले- भारत के लोग भाजपा का कर देंगे सफाया

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
PIC: Social Media

न्यूयॉर्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka assembly elections) में जीत के बाद उनकी पार्टी तेलंगाना और अन्य राज्यों के चुनावों में बीजेपी ‘‘सफाया” कर देगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही नहीं, बल्कि भारत के लोग भी भाजपा की नफरत से भरी विचारधारा को हराने जा रहे हैं। राहुल ने कहा, ‘‘हमने कर्नाटक में दिखा दिया कि हम भाजपा को हरा सकते हैं… हमने उन्हें हराया नहीं, उनका सफाया कर दिया। हमने कर्नाटक में उन्हें बुरी तरह से शिकस्त दी।” राहुल वाशिंगटन और सैन फ्रांसिस्को की यात्रा के बाद न्यूयॉर्क पहुंचे हैं और वह रविवार को मैनहट्टन के जेविट्स सेंटर में एक सामुदायिक रैली को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक चुनाव में भाजपा ने हर पैंतरा आजमाया। उनके साथ पूरा मीडिया था। हमारे पास जितना पैसा था, उससे 10 गुना पैसा उनके पास था, उनके पास सरकार थी, उनके पास एजेंसी थी। उनके पास सबकुछ था, लेकिन फिर भी हमने उनका सफाया कर दिया।” 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों के नारों और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, ‘‘…और मैं चाहता हूं कि आप यह जान लें कि हम तेलंगाना में होने वाले अगले चुनाव में भी उनका सफाया करने जा रहे हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘इस चुनाव के बाद तेलंगाना में भाजपा को ढूंढ़ पाना भी मुश्किल होगा।” दक्षिण भारत के इस राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाला है। सामुदायिक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थक, पार्टी सदस्य, अधिकारी और प्रवासी समुदाय के सदस्य एकत्र हुए, जिनमें न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स भी शामिल थे। 

राहुल ने कहा, ‘‘तेलंगाना के अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी चुनाव होने हैं। हम इन राज्यों में उनके (भाजपा के) साथ वही करेंगे, जो हमने कर्नाटक में किया।” उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही नहीं है, जो भाजपा को हराने जा रही है। भारत के लोग, मध्य प्रदेश के लोग, तेलंगाना के लोग, राजस्थान-छत्तीसगढ़ के लोग भाजपा को हराने जा रहे हैं।” कांग्रेस नेता ने कहा कि इसका कारण यह है कि ‘‘भारत समझ गया है कि भाजपा समाज में जिस तरह की नफरत फैला रही है, उसके साथ वह आगे नहीं बढ़ सकता।” उन्होंने कहा, ‘‘कुछ अन्य राज्यों में भी यही होने जा रहा है। फिर 2024 (लोकसभा चुनाव) में भी हम ऐसा ही करेंगे… विपक्ष एकजुट है, हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। यह एक वैचारिक लड़ाई है। एक तरफ भाजपा की विभाजनकारी, नफरत भरी विचारधारा है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी की स्नेह से भरी, प्रेमपूर्ण विचारधारा है।” 

राहुल ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में भाजपा ने ध्रुवीकरण करने और समुदायों के बीच गुस्सा एवं नफरत पैदा करने की कोशिश की। उन्होंने सवाल किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने खुद इसकी कोशिश की, लेकिन क्या यह काम आया।” इस पर दर्शकों ने ‘नहीं’ में जवाब दिया। राहुल ने कहा कि कर्नाटक के लोगों ने साफ कर दिया कि चुनाव महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर केंद्रित हैं। उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान दिए गए नारे का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे।” कार्यक्रम में न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने कहा, ‘‘अमेरिका की ‘नयी दिल्ली’ यहीं न्यूयॉर्क शहर में है।” उन्होंने कहा कि यह समुदाय (भारतीय-अमेरिकी) बेहद शिक्षित, व्यवसाय उन्मुख और आत्मनिर्भर है। एडम्स ने कहा कि अमेरिका की खासियत यह है कि ‘‘हम आपको याद दिलाते हैं आप एक नयी जगह को अपनाते समय अपनी मातृभूमि को न भूलें।” 

न्यूयॉर्क के मेयर ने कहा, ‘‘आप भारतीय-अमेरिकी हैं। आप अमेरिका को अपनाते समय अपने अंदर की भारतीयता को न छोड़ें।” उन्होंने कहा कि भारत ने ‘‘ऐतिहासिक रूप से न केवल आपके देश की भौगोलिक सीमाओं को बहुत कुछ दिया है, बल्कि भारतीय समुदाय ने भी ऐतिहासिक रूप से विश्व को जो दिया है, वह उल्लेखनीय है और ऐतिहासिक अनुपात में अब भी वास्तव में परिलक्षित होना बाकी है।” एडम्स ने कहा, ‘‘सभी महान नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं ने मूल रूप से आपके समाज के समृद्ध इतिहास से प्रेरणा ली है। उन्होंने प्राचीन वेदों और शुरुआती साहित्य से प्रेरणा ली है।” इससे पहले, दिन में राहुल ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट के आवास ‘रूजवेल्ट हाउस’ में न्यूयॉर्क के प्रमुख विचारकों के साथ ‘‘सार्थक बातचीत” की। 

राहुल ने कहा कि अमेरिका में प्रवासी भारतीय ‘‘हमारे राजदूत” हैं और उन्होंने अमेरिका और बाकी दुनिया को दिखाया है कि ‘‘भारतीय होने का क्या मतलब है।” उन्होंने कहा कि अपने देश में लड़ाई जारी है और ऐसी ही लड़ाई अमेरिका में भी भारत के लिए दो अलग-अलग दृष्टिकोणों को लेकर है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘एक जो हमारा दृष्टिकोण है, जो सभी को स्वीकार करता है, सभी को गले लगाता है, सभी का सम्मान करता है, सभी से प्यार करता है और चाहता है कि हर कोई अपने धर्म, अपने समुदाय, अपनी जाति, अपनी भाषा की परवाह किए बिना हमारे देश के भविष्य का हिस्सा बने।”