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Published: Feb 13, 2021 01:10 PM IST

viral जब पहली बार बजाया गया 18 हज़ार साल पुराना शंख, जानें क्यों है इतना ख़ास

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Pic Credit: Google

हिन्दू धर्म में शंख (Counch) बेहद महत्वपूर्ण (Important) होता है। इसका इस्तेमाल (Use) पूजा के दौरान ज़रूर किया जाता है। ऐसे में आपको जानकर हैरानी (Shock) होगी कि दशकों पहले 1931 में पाइरेनीस पर्वतश्रृंखला की गुफाओं (Caves of the Pyrenees mountain range) में एक विशाल शंख पाया गया था, जिसे फ्रांस के नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम ऑफ टोउलोउस (France’s Natural History Museum of Toulouse) में रखा है। इस शंख को देखकर ऐसा कहा जाता है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा शंख (World’s largest conch) है। साथ ही यह भी बताया जाता है कि यह शंख लगभग 18 हज़ार साल पुराना (18 thousand years old conch) है। इसे म्यूजियम में रखने के बाद कभी बजाया नहीं गया था, लेकिन हाल ही में एक साइंटिस्ट्स ने इसे बजाया है। 

शंख का आकर-
इस शंख को एक साइंटिस्ट्स ने बजाया है और इसकी आवाज़ सुनी। इसकी आवाज़ सुनकर अब यह अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि 18 हज़ार साल पहले की संगीत कैसी होगी। वहीं इस शंख का आकर किसी मानव के सिर से भी बड़ा है। इसके अलावा आर्कियोलॉजिस्ट को ऐसा लगता है कि यह शंख कोई आम समुद्री शंख नहीं है। इस शंख में एक खास तरह की कार्विंग है जो इसे बेहतरीन म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बनाता है। 

लविंग कप-
सोरबोन यूनिवर्सिटी में स्ट्रक्चरल आर्कियोलॉजी के डायरेक्टर फिलिप वॉल्टर के मुताबिक, इस शंख को 90 साल पहले जब यह मिला था, तब इसे एक लविंग कप माना जा रहा था। इस बारे में एक स्टडी साइंस एडवांसेस नामक जर्नल में प्रकाशित भी हुई थी। वॉल्टर कहते हैं कि पहले के ज़माने में लोग खुशियां मानने के लिए लविंग कप का इस्तेमाल करते थे। जिसमें वह ड्रिंक्स सर्व किया करते थे, लेकिन यह सालों पुराना शंख बेहद अलग है, क्योंकि यह कई शानदार कलाकारी से निर्वित है। इसके अलावा वॉल्टर ने यह भी कहा कि यह कोई आम शंख नहीं है, इसके बारे में अध्ययन करने के बाद पता चला कि यह एक खास तरह का म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट है।

इंसानी कलाकारी-
आर्कियोलॉजिस्ट वॉल्टर के अनुसार, हज़ारों साल पुराना यह शंख थोड़ा बहुत टूट हुआ है, लेकिन इसका सबसे मजबूत निचला हिस्सा है अभी भी सही सलामत है। वहीं जब वॉल्टर ने इस शंख का सीटी स्कैन किया तो उन्हें इसके अंदर इंसानी कलाकारी भी दिखाई दी। वॉल्टर बताते हैं कि इस शंख का टिप जानबूझकर काटा गया था। साथ ही शंख के घुमावदार हिस्से में बेहद बारीकी से एक रास्ता बनाया गया है। जिसे बनाने के लिए  मैगडेलेनियंस कोई चिपकने वाला ऑर्गेनिक मटेरियल का इस्तेमाल किया होगा। वॉल्टर कहते हैं कि यह ऑर्गेनिक मटेरियल वैक्स या क्ले हो सकता है। लेकिन यह भी स्पष्ट नहीं हाउ है।