james-clark
File Pic

    Loading

    नयी दिल्ली. इंग्लैंड से एक बड़ा ही खौफनाक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक शख्स ने अपनी हैवानियत का सारी हदें पर कर दी और 39 दिन के मासूम बेटे को इतनी तेजी से झकझोरा कि उस मासूम की 71 हड्डियों में फ्रैक्चर हो गया। इसके बाद इस नवजात बच्चे की मौत हो गई। अब कोर्ट ने 31 साल के हैवान बाप जेम्स क्लार्क (James Clark) को उसके बच्चे की हत्या का दोषी पाया है और इसे सजा भी दी है।

    घटना ब्रिटेन के साउथ ग्लूस्टरशायर (South Gloucestershire) के वार्मली (Warmley) की नटई जा रही है। यहाँ रहने वाले 31 साल के जेम्स क्लार्क (James Clark) ने अपने 39 दिन के मासूम बेटे की 71 हड्डियों तोड़ दी हैं। अब कोर्ट ने मासूम की हत्या के मामले में क्लार्क को उम्रकैद की कड़ी सजा सुनाई है और उसे कम से कम 15 साल जेल की सजा काटने का ही आदेश दिया है।

    दरअसल डेलीमेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, दरअसल ये मामला तीन साल पुराना है। जनवरी 2018 में जेम्स क्लार्क (James Clark) ने अपने बेटे शॉन क्लार्क को बिस्तर पर सुलाने से पहले ऐसा झकझोरा कि उसके सीने की हड्डियों में 71 जगहों पर भयंकर फ्रैक्चर हो गया और उसकी मौत हो गई।

    यह हैवानियत भरी हरकत करके जेम्स क्लार्क (James Clark) ने रात को अपने बेटे को अपनी बिस्तर पर सुला दिया और फिर खुद भी सोने चला गया। हादसे के बाद मासूम के सिर से खून निकलने लगा और उसकी मौत भी हो गई। बच्चे की मां हेलेन जेरेमी का कहना था कि अगली सुबह उन्होंने अपने बेटे को मरा हुआ पाया था।

    इसके बाद बच्चे के शव का पोस्टमार्टम किया गया और पता चला कि बच्चे शॉन क्लार्क को उसके पिता ने कम से कम तीन बार भयंकर रूप से झकझोरा था, जिसके बाद उसके शरीर की 71 हड्डियां टूट गई थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ कि बच्चे के सिर पर भी गहरी चोट लगी थी, जिसके बाद खून निकला था।

    इस मामले में मुकदमा चलाने वाले जेन ओसबोर्न क्यूसी ने कोर्ट को बताया, ‘जेम्स क्लार्क (James Clark) ने अपने बेटे को इतने तेजी से झकझोरा कि मासूम की छाती की हड्डियों में फ्रैक्चर हो गया। उसने बच्चे को काफी तेजी से हिलाया था, जिससे उसके सिर से खून बह गया और यह बहुत ही खतरनाक घटना थी। बाद में जज ने जेम्स को सजा सुनाते हुए कहा, ‘हत्या का हर अपराध न केवल एक जीवन को समाप्त करता है, बल्कि दूसरों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है और यह मामला जैसे हैवानियत की हद को भी पार कर देता है।”