वर्धा. इन दिनों राज्य परिवहन महामंडल की ओर से कामगारों की हड़ताल को लेकर पूर्णत: अनदेखी की जा रही है़ उनकी समस्या दूर करके बसें पूर्ण क्षमता से शुरू करने प्रयास करने की मांग युवा परिवर्तन की आवाज संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के मार्फत मुख्यमंत्री को निवेदन भेजकर की है. इस दौरान छात्रों कामगारों को हो रही परेशानी से अवगत कराया गया़ राज्य में कोरोना के बढ़ते प्रकोप की वजह से डेढ़ वर्ष से स्कूलें बंद थी.
दिवाली के पूर्व स्कूल, महाविद्यालय शुरू थे़ पुन: दिवाली की छुट्टियों के कारण बंद रही़ अब स्कूल, महाविद्यालय शुरू हो गए है़. 10वीं, 12वीं व पदवी के सभी परीक्षाएं शुरू हो रही है़ किंतु ग्रामीण विभाग से शहर अथवा समीपस्थ कहीं भी एसटी के सिवाय दूसरा विकल्प नहीं रहने से विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है़ परीक्षा के लिए केंद्र पर कैसे जाए, यह प्रश्न उपस्थित हो रहा है.
कामगारों को आवागमन में हो रही परेशानी
शहरी क्षेत्र में नौकरी के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण आते है़ इसमें कामगार वर्ग का भी समावेश है़ कई कामगार ऐसे है, जिनके पास दुपहिया वाहन नहीं है़ इससे काम पर कैसे जाए, ऐसा प्रश्न उनके सामने उपस्थित हो गया है़ परिणाम ग्रामीण कम वेतन में अन्य कार्य करने पर मजबूर हो रहे है़ं कइयों की नौकरी छीन जाने से रोजी-रोटी का प्रश्न निर्माण हो गया है.
एसटी कर्मचारियों की समस्या करें दूर
एसटी कर्मचारी दिवाली से निरंतर हड़ताल कर रहे है़ किंतु, उन्हें मनवाने के लिए राज्य परिवहन विभाग की ओर से कोई भी प्रयास होते नहीं दिखाई दे रहे है़ं हड़ताल की ओर पूर्णत: अनदेखी की जा रही है़ वर्तमान समय में शुरू बस के परिचालन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार शुरू होने का आरोप लग रहा है़ पूर्ण क्षमता से एसटी का परिचालन शुरू करने की मांग निवेदन में की गई़ इस प्रसंग पर उपाध्यक्ष प्रितेश इंगले, संपर्क प्रमुख सोनू दाते, कोषाध्यक्ष अक्षय बालसराफ, सोशल मीडिया प्रमुख वृषभ मेंधुले, कल्पक मिसाल, समीर बेलखोड़े, अभिषेक मानकर उपस्थित थे.