लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की नई सरकार (New Government) का सबसे अधिक जोर गांव (Village) के विकास (Development) पर रहेगा। लगातार दूसरी बार प्रदेश की सत्ता को संभालने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अफसरों के साथ पहली बैठक की। उन्होंने गांव (Village), ग्रामीण (Rural), किसानों (Farmers) की परेशानियों के तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने सरकार के एजेंडे को स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रत्येक गांव में सप्ताह में एक बार ‘गांव दिवस’ मनाया जाए। गांव, ग्रामीणों और किसानों की समस्याओं का निस्तारण संबंधित अधिकारी मौके पर ही करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्व, पंचायतीराज और ग्राम्य विकास के ग्राम स्तरीय कर्मियों द्वारा ग्राम प्रधान के समन्वय से ‘ग्राम चौपाल’ लगाने को कहा। इसके माध्यम से ग्रामीण जनता की स्थानीय समस्याओं का समाधान करने। ग्राम सचिवालय की कार्यप्रणाली को सुद्ढ़ करने के साथ ग्राम सहायकों की तैनाती को भी पूरा करने के उन्होंने निर्देश दिये।
‘गांव दिवस’ का आयोजन करें
सीएम योगी ने अफसरों से कहा कि थाना, तहसील, ब्लॉक स्तर पर ‘गांव दिवस’ का आयोजन करें। लोकल अफसर, पंचायत सचिव, तहसीदार, समेत बीट अधिकारी इसमें मौजूद रहें। उन्होंने निर्देश दिये कि ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में ग्रामीण सचिवालय के अधिकारी भी इस दिन मौजूद होकर ग्रामीणों की शिकायतों को सुनें और उनका तत्काल निस्तारण कराएं। ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जानकारी दें। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं के तत्काल निस्तारण के साथ गांव के विकास में कोई कमी नहीं आने देने की बात भी कही। गौरतलब है कि योगी सरकार नई पारी में भी गांव के विकास को तेजी से बढ़ाने के लिए संकल्पित है। इसके लिए उसने सत्ता संभालते ही तेजी से इस पर काम शुरू कर दिया है।