विरुल-आ. पिछले चार दिनों से क्षेत्र में अच्छी बारिश हो रही है़ 4 जुलाई की रात्रि अतिवृष्टि दर्ज की गई़ इसमें खेतों में पानी घुसने से सैकड़ों हेक्टेयर की फसल बर्बाद हो गई है़ उक्त क्षेत्र का 7 जुलाई को स्वयं संभागीय आयुक्त डा़ माधवी खोडे ने निरीक्षण कर राजस्व विभाग को दिशानिर्देश दिए.
इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार, जिप के मुकाअ डा़ सचिन ओम्बासे, उपविभागीय अधिकारी हरीश धार्मिक, तहसीलदार चव्हाण, नायब तहसीलदार कदम, मंडल अधिकारी कुकडे, पटवारी पाठक, डेहनकर, तहसील कृषि अधिकारी एस़ वी़ वायवल, कृषि सहायक गोटे सहित सोरटा ग्रापं के उपसरपंच दीपक देवगडे, ग्रामसेवक बनसोड सहित पीड़ित किसान उपस्थित थे.
3 तहसीलों में अतिवृष्टि
जिले में 4 जुलाई को तीन तहसील में अतिवृष्टि दर्ज की गई़ इसमें आर्वी तहसील में मूसलाधार बारिश होने से बड़े पैमाने में फसल व बोये गए बीज का नुकसान हुआ है. क्षेत्र में राजस्व विभाग ने तुरंत सर्वे शुरू कर दिया़ 5 जुलाई की सुबह नुकसान क्षेत्र के बारे में नागरिकों ने उपविभागीय अधिकारी हरीश धार्मिक, तहसीलदार उमेश चव्हाण, मंडल अधिकारी कुकडे व पटवारी पाठक को सूचना देकर स्थिति से अवगत कराया़ इस संबंध में वरिष्ठ स्तर पर भी जानकारी दी गई़ ऐसे में 7 जुलाई को संभागीय आयुक्त डा़ खोडे जिले के दौरे पर थी़.
नुकसान की जानकारी मिलते ही उन्होंने आर्वी तहसील के सोरटा परिसर में नुकसान क्षेत्र का निरीक्षण किया़ नदी, नालों में आयी बाढ़ के कारण यह नुकसान होने की बात कही गई़ पीड़ित किसान व गांव के नागरिकों से इस दौरान अपनी बात आयुक्त के पास रखी़ परिसर में बहनेवाले दोनों नालों पर पुल की ऊंचाई बढ़ाने तथा नुकसान का मुआवजा देने की मांग की गई़ नाले की पुलिया से वडाला, पिंपलगांव, निजामपुर, टाकली से विद्यार्थी व नागरिकों का आवागमन होता है़ आयुक्त डा़ खोडे ने प्रशासन को निर्देश दिए. साथ ही ग्रामीणों को सतर्कता बरतने के लिए कहा. आर्वी तहसील में अतिवृष्टि से 125 गांवों में नुकसान दर्ज किया गया है.