चंद्रपुर. वरोरा शहर के समीपस्थ जीएमआर विद्युत निर्मिति कंपनी परिसर में शुक्रवार की रात पट्टेदार बाघ नरजर आया था. शनिवार को भी बाघ उसी क्षेत्र में दिखाई दिया. इसके चलते वनविभाग के कर्मचारी इस बाघ पर नजर रखे हुए है.
वरोरा तहसील के मोहबाला परिसर में औद्यागिक कालोनी के जीएमआर विद्युत निर्माण कंपनी है. इस कंपनी के परिसर में शुक्रवार की रात दस बजे के दौरान सुरक्षा गार्ड को बाघ नजर आया. सुरक्षा गार्ड बाघ से काफी दूर था इसलिए उसने अपने मोबाईल कैमरे में बाघ की हरकत कैद की और वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी.
जानकारी मिलते ही अधिकारी और कर्मचारियों में खलबली मच गई.तुरंत ही वन अधिकारी और पुलिस को दी गई. वन अधिकारी और प्राणी मित्र संगठन के सदस्य देर रात घटनास्थल पर पहुंचे और रात में बाघ की खोज की गई बाघ ने दो बार दर्शन दिए. इसके बाद वनाधिकारियों ने सतर्कता के लिए यहां छह कैमरे ट्रैप लगाये है साथ ही बाघ की हरकत पर नजर रखी जा रही है.
जीएमआर कंपनी चारों ओर से वाल कंपाऊंड से घिरी हुई है इसके बाद भी बाघ यहां कैसे पहुंचा यह आश्चर्य जताया जा रहा है. वेअर हाऊस मार्ग से बाघ भीतर आने की संभावना जतायी जा रही है.इस बीच कर्मियों को पैदल घुमने के लिए पाबंदी कर दी है. चौपहिया वाहन के इस्तेमाल के निर्देश दिए गए है. औद्योगिक कालोनी क्षेत्र में बाघ के पहुंचने से ग्रामीणों में भी दहशत है.
वरोरा वनपरिक्षेत्र अधिकारी सतीश शेंडे, क्षेत्र सहाय्यक संजय खोब्रागडे, दिगांबर चांभारे, जितेंद्र लोणकर, वनरक्षक संदीप वाटेवर, अमोल नेवारे सहित वन्यजीवप्रेमी संगठन के विशाल मोरे समेत वन कर्मचारी निगरानी रखे हुए है.