नई दिल्ली: अडानी मामले (Adani case) में विपक्ष द्वारा जेपीसी जांच (JPC inquiry) की मांग की गई है। राकांपा के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने इसे बेमतलब बताया था जिसके बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने अपनी सहमति जताई है। उन्होंने शरद पवार की बात पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि उनके (शरद पवार) तर्क को समझा जा सकता है क्योंकि जेपीसी का शासन है। सत्ता पक्ष इसका हिस्सा होगा। जेपीसी में 50% से अधिक सदस्य एनडीए से ही होंगे। लेकिन फिर भी हम चाहते हैं कि विपक्ष सवाल पूछ सके और मांग कर सके।
अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच पर शरद पवार के बयान पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि जेपीसी के माध्यम से जवाब और सबूत मिलेंगे। राकांपा संसद में और विजय चौक तक हमारे विरोध मार्च के दौरान हमारे साथ खड़ी थी।
#WATCH| "His (Sharad Pawar) logic can be understood because the rule of JPC is, the ruling party will be part of it, above 50% of members in JPC will be from NDA only. But still we want the Opposition can ask questions & seek answers & evidence through JPC…….NCP stood with us… pic.twitter.com/DwlzNTRaYV
— ANI (@ANI) April 9, 2023
Bengaluru| People are interested very much in seeing Congress as respectable alternative to the misgovernance they've endured in the last 4 years. People in Bengaluru particularly see that their city has such great potential, it is so sad that the city was evidently the most… pic.twitter.com/tgDuoCfpXo
— ANI (@ANI) April 9, 2023
दूसरी ओर कर्नाटक चुनाव पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बेंगलुरु में कहा कि पिछले 4 वर्षों में कांग्रेस ने जो कुशासन सहा है, उसके सम्मानजनक विकल्प के रूप में लोग कांग्रेस को देखने में बहुत रुचि रखते हैं। बेंगलुरु में लोग विशेष रूप से देखते हैं कि उनके शहर में इतनी बड़ी क्षमता है, यह बहुत दुख की बात है कि कुछ साल पहले तक यह शहर आईटी निवेश के लिए सबसे पसंदीदा स्थान था। अब, निवेश पिछले 3-4 वर्षों से गिर रहा है।