नई दिल्ली. एक बड़ी और रोचक खबर के अनुसार साउथ कोरिया (South Korea) के लोग आज यानी बुधवार से उम्र में एक साल छोटे हो जाएंगे। जी हां , आपने ठीक सुना इन सबकी उम्र एक साल कम हो जाएगी। इसकी वजह है नया कानून।
दरअसल द.कोरिया में अभी तक जन्म के समय नवजात की उम्र एक वर्ष मानते रहे हैं। ऐसे में अब नए कानून में उम्र की गणना अब जन्म के समय से की जाएगी। इस कानून को इसी साल संसद ने पास किया था।
क्या है माजरा
देखा जाए तो पूरी दुनिया में पैदा होने वाला नवजात शिशु 365 दिन बाद ही एक साल का माना जाता है, लेकिन दक्षिण कोरिया अकेला एक ऐसा देश है, जहां मां के गर्भ से बाहर आते ही नवजात एक साल का माना जाता है। लेकिन इसमें यहां की प्रकृति का कोई हाथ नहीं है। दरअसल ये इस देश की परंपरा है जो पैदा होते ही उम्र में एक साल का इजाफा कर डालती है।
लेकिन अब यही उम्र प्रणाली खत्म कर दी गई है। अब साल 2023 जून के महीने में आज यानी बुधवार से इस प्रणाली के हमेशा के लिए खत्म कर दिया गया है। अब जून से यहां पैदा होने वाले नवजात एक साल के नहीं माने जाएंगे और न ही हर 1 जनवरी को उनकी उम्र में एक साल का इजाफा किया जाएगा। इस महीने से आधिकारिक कागजी कार्रवाई पर दक्षिण कोरियाई आबादी 1 या 2 साल छोटे होने के लिए तैयार रहेगी। अब जून 2023 से आधिकारिक दस्तावेजों पर तथाकथित “कोरियाई उम्र” प्रणाली की मंजूरी नहीं होगी।
क्या कहता है इतिहास
अब कोरिया में उम्र को इस तरह तय करने की शुरुआत पहली बार कब हुई, इतिहासकारों के पास इसकी ऐसी कोई सटीक जानकारी नहीं है। लेकिन इन लोगों का मानना है कि मां की कोख में आते ही बच्चे की उम्र की शुरू हो जाती है। इसलिए बच्चा पैदा होते ही एक साल का हो जाता है। वहीं, कुछ का मानना है कि यह तरीका एशिया में पहले कभी काफी प्रचलित था।
ऐसे ही एक तरीके का इस्तेमाल पहले चीन, जापान और वियतनाम में भी होता था, लेकिन धीरे-धीरे इन देशों में उम्र तय करने के लिए इंटरनेशनल सिस्टम को अपना लिया। वहीं, नॉर्थ कोरिया ने 1985 में ही इस इंटरनेशनल सिस्टम को अपना लीया था।