नागपुर: चीन के हांगझोउ में समाप्त हुए 19 वें एशियन गेम्स (Asian Games) की तीरंदाजी स्पर्धा (Archery Competition) में ऐतिहासिक 3 स्वर्ण पदक (Gold Medal) जीतने वाले धनुर्धर ओजस देवतले (Ojas Deotale) का बुधवार को नागपुर वापसी पर जंगी स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में पहुंचे नागपुरवासियों ने ढोल-नगाड़े की धुन पर झूमकर ओजस की घर वापसी का जश्न मनाया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए 21 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि एशियन गेम्स में भारत का तिरंगा फहराने का मेरा लक्ष्य पूरा हुआ। इसके लिए मैंने कड़ी मेहनत की। एशियन गेम्स में स्वर्णिम सफलता हासिल करना मेरे लिए अविस्मरणीय क्षण है। मैं अपनी लय को करूंगा।
स्वागत रैली में फूलों की बारिश
एयरपोर्ट पर ओजस सबसे पहले अपने माता-पिता और परिजनों से मिले। उनके स्वागत के लिए विधायक मोहन मते, गिरीश पांडव सहित स्कूली बच्चे, युवा तीरंदाज और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। यहां से ओजस वर्धा रोड स्थित साई मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। इसके बाद वह सक्करदरा चौक पहुंचे जहां से उनके घर गणेश नगर तक स्वागत रैली निकाली गई। इस दौरान ओजस पर फूलों की बारिश होती रही।
Indian archer Ojas Deotale got stupendous welcome at Baba Saheb Bhim Rao Ambedkar Airport Nagpur!! He won gold medal for us !! pic.twitter.com/duT11Ovk5e
— Adv Kunal kishore🇮🇳 (@kunalkishorejha) October 12, 2023
ओलम्पिक 2028 में पदक जीतने का लक्ष्य
एशियन गेम्स में पुरुषों की कम्पाउंड टीम स्पर्धा में तीरंदाजी के पावर हाउस दक्षिण कोरिया को 235- 230 के अंतर से हराकर उनके दबदबे को खत्म करना सुखद एहसास रहा। मौजूदा विश्व चैम्पियन ओजस ने कहा कि अगले वर्ष पेरिस ओलिंपिक में कम्पाउंड इवेंट को शामिल नहीं किया गया है। हालांकि यह 2028 लॉस एंजेलिस ओलिंपिक में होगा और उसमे पदक जीतने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि चूंकि, 2028 में कम्पाउंड इवेंट इंडोर होंगे, इसलिए सरकार को देश में उस प्रकार की विश्व स्तरीय सुविधा मुहैया करवानी चाहिए।
राष्ट्रीय तीरंदाजी में कांस्य पदक से मिली प्रेरणा
मीडिया से बातचीत के दौरान ओजस ने कहा कि मैंने मस्ती के लिए वीटीसी कॉन्वेंट में ग्रीष्मकालीन शिविर के दौरान तीरंदाजी में हिस्सा लिया। इसके बाद मैंने वर्ष 2019 में राष्ट्रीय तीरंदाजी में कांस्य पदक जीता, जिससे मुझे प्रेरणा मिली। एशियन गेम्स में कम्पाउंड इवेंट में 3 स्वर्ण पदक जीतने का जश्न तो भारत में बड़े पैमाने पर मनाया गया, लेकिन गृहन नागपुर में जिस तरह का प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है उससे मैं अभिभूत हूं।
दबाव में कोच की मदद
एशियन गेम्स जैसे बड़े टूर्नामेंट में दबाव रहता है लेकिन हमारे पीछे हमेशा कोच खड़े रहे। दबाव से निपटने के लिए मेरे कोच प्रवीण सावंत ने मेरी हर संभव मदद की। चीन से लौटने के बाद सभी पदक विजेताओं से पीएम मोदी ने मंगलवार को दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपने दुनिया में भारत के नाम को रोशन किया है।
उनका संबोधन छाती को चौड़ा कर देने वाला रहा। उन्होंने लगभग खिलाड़ियों से बात की और हौसला अफजाई किया। ओजस ने उदीयमान खिलाड़ियों को खुद पर विश्वास रखने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि अपने गुरु का आदर करें। उनकी बताई राह पर चले, एकदिन सफलता जरूर मिलेगी। ओजस ने अपनी का श्रेय पूरे देश को दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हर स्तर पर मदद की। नागपुर जिला आर्चरी एसोसिएशन, परिवारजनों की मदद के बिना यहां तक पहुंचना मुश्किल होता।