वर्धा. तूफानी बारिश के कारण खेत स्थित बिजली के पांच खंभे धराशायी हो गए. इस संबंध में बार बार शिकायत करने पर भी महावितरण कंपनी अनदेखी कर रही है. परिणामवश पानी के अभाव में फसल खराब हो गई. पांच माह से बिजली आपूर्ति सेवा बंद होने से न्याय के लिये बुजुर्ग किसान महावितरण कंपनी के चक्कर काट रहा है. पिपरी(मेघे)के कारला निवासी मंदा मुरलीधर नगराले की परिसर में ही खेती है.
3 जून 2023 को हुई तूफानी बारिश के कारण खेत स्थित पांच बिजली के खंभे गिर गये़ बिजली आपूर्ति सेवा बंद गिरने से उन्होंने महावितरण कंपनी के पास शिकायत की़ पहली शिकायत 5 जून को की गई. तब नए खंभे लगाकर देने का आश्वासन दिया गया. बाद में ध्यान नहीं दिया गया. पश्चात 19 जून को दूसरी शिकायत की गई. इसके बाद 21 अगस्त को तीसरी शिकायत की गई. पिपरी के उपअभियंता को भी जानकारी दी. परंतु आज पांच माह होते आ रहे हैं, किन्तु किसान की समस्या पर गंभीरतापूर्वक ध्यान नहीं दिया जा रहा है. बिजली बंद होने से पानी के अभाव में उनके खेत के 20 आम के पेड़ सूख गये़ यह बात भी संबंधितों को बताई गई.
सहायक अभियंता नहीं ले रहे गंभीरता से
सहायक अभियंता ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया. यही नहीं तो किसान के खेत में धराशायी हुए खंभों का लोकेशन बदलकर महावितरण कंपनी में कार्यरत दो कर्मियों को बिजली कनेक्शन देकर उनके बिजली के पंप शुरू करा दिये गये. परंतु किसान के दोनों बिजली पंप को कनेक्शन नहीं दिया गया. लोकेशन बदलकर बिजली के खंभे खड़े करने का आरोप किसान ने लगाया है. महावितरण कंपनी टालमटोल रवैया अपनी रहा है. विभाग की लापरवाही से फसल का नुकसान हो रहा है़ इसकी विस्तृत जांच करके कार्रवाई करने की मांग किसान पुरुषोत्त नगराले ने की है.