नई दिल्ली : कांग्रेस ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई-सितंबर के हालिया आंकड़ों के आधार पर परिवर्तनकारी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि के बारे में बार-बार बात कर रहीं हैं, लेकिन दीर्घावधि में वार्षिक वृद्धि दर अधिक मायने रखती है। कांग्रेस नेता ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 8.1 प्रतिशत थी, जो मौजूदा सरकार में 5.4 प्रतिशत है।
मोदी ने पिछले सप्ताह कहा था कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि का आंकड़ा वैश्विक स्तर पर मुश्किल हालात होने के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और ताकत को दर्शाता है।
हाल के जुलाई से सितंबर 2023 के आंकड़ों के आधार पर प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री बार-बार ‘भारत में परिवर्तनकारी GDP ग्रोथ’ की बात कर रहे हैं।
लेकिन अगर आप तिमाही ग्रोथ के आंकड़ों को छोड़ दें, जो कई कारणों से ऊपर नीचे हो सकते हैं। जो सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है — यह समझने के लिए कि…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 10, 2023
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री बार-बार जुलाई-सितंबर 2023 के हालिया आंकड़ों के आधार पर ‘भारत में परिवर्तनकारी जीडीपी वृद्धि’ के बारे में बात कर रहे हैं। तिमाही विकास आंकड़े को छोड़ दें, जो कई कारणों से ऊपर-नीचे हो सकते हैं। अर्थव्यवस्था बेहतर प्रदर्शन कर रही है अगर यह समझना है तो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण लंबी अवधि की वार्षिक विकास दर है।”
‘‘जब डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब वार्षिक औसत जीडीपी विकास दर 8.1 प्रतिशत थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में अब तक वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत है।''
जयराम रमेश, कांग्रेस नेता
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल दागते हुए पूछा कि क्या यह वास्तव में परिवर्तनकारी है। कांग्रेस व भाजपा अक्सर अपनी-अपनी सरकारों के कार्यकाल में बेहतर अर्थव्यवस्था देने का दावा करती रहती हैं। दोनों दलों के नेता अपने-अपने आंकड़े भी पेश करके दूसरे पर सवाल दागा करते हैं।