अमरावती/नयी दिल्ली : आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की अध्यक्ष वाई.एस. शर्मिला ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने और प्रदेश से तेलंगाना को अलग करने के समय किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहने के खिलाफ शुक्रवार को दिल्ली में आंध्र भवन के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया।
शर्मिला ने मणिकम ठाकोर और अन्य वरिष्ठ एपीसीसी नेताओं के साथ आंध्र भवन में भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
ఆంధ్రప్రదేశ్కు ప్రత్యేక హోదా, విభజన హామీల అమలు కోరుతూ ఢిల్లీ ఏపీ భవన్లోని అంబేడ్కర్ విగ్రహం ఎదుట రాష్ట్ర కాంగ్రెస్ నేతలతో కలిసి మహాధర్నా చేయడం జరిగింది. ఏపీకి పదేళ్ల పాటు ప్రత్యేక హోదా కొనసాగిస్తామని తిరుపతిలో జరిగిన సభలో ప్రధాని నరేంద్ర మోదీ చెప్పారు కానీ విభజన చట్టంలోని… pic.twitter.com/LrfBAwNQmR
— YS Sharmila (@realyssharmila) February 2, 2024
शर्मिला ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तिरुपति की एक सभा में कहा कि आंध्र प्रदेश को 10 साल के लिए विशेष राज्य का दर्जा दिया जाएगा, लेकिन विभाजन के वादे अभी तक पूरे क्यों नहीं हुए?”
उन्होंने विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र के निजीकरण की केंद्र सरकार की योजना को लागू करने सहित दक्षिणी राज्य के लिए रेलवे जोन, दुगराजपट्टनम बंदरगाह, पोलावरम परियोजना को पूरा करने और अन्य से संबंधित अधूरे वादों पर भी सवाल उठाया।
आपको याद होगा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भी इस मांग को जोरशोर से उठाते रहे हैं और संसद में भाजपा सरकार के कई मामलों में सहयोगी भी रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार से आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने में असफल रहे हैं। इसीलिए अब आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नव नियुक्त अध्यक्ष वाई.एस. शर्मिला ने यह मुद्दा अपने हाथ में लेने की कोशिश करते हुए अपने इरादे जता दिए हैं।
–एजेंसी इनपुट के साथ