- कल्याण से सीधे नवी मुंबई जाएगी लोकल ट्रेन
सूर्य प्रकाश मिश्र@नवभारत
Kalwa Airoli elevated corridor: मुंबई एमएमआर में उपनगरों के बीच सीधी कनेक्टिविटी को लेकर कई प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य हो रहा है। लोकल ट्रेन के माध्यम से कल्याण-डोम्बिवली को सीधे नवी मुंबई से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित ऐरोली-कलवा एलिवेटेड कॉरिडोर को भी गति मिली है। सेंट्रल लाइन के कलवा से ट्रांस हार्बर लाइन को जोड़ने के लिए ऐरोली-कलवा उपनगरीय एलिवेटेड कॉरिडोर का काम एमआरवीसी के माध्यम से किया जा रहा है।
Kalwa Airoli elevated corridor: मुंबई एमएमआर में उपनगरों के बीच सीधी कनेक्टिविटी को लेकर कई प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य हो रहा है। लोकल ट्रेन के माध्यम से कल्याण-डोम्बिवली को सीधे नवी मुंबई से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित ऐरोली-कलवा एलिवेटेड कॉरिडोर को भी गति मिली है। सेंट्रल लाइन के कलवा से ट्रांस हार्बर लाइन को जोड़ने के लिए ऐरोली-कलवा उपनगरीय एलिवेटेड कॉरिडोर का काम एमआरवीसी के माध्यम से किया जा रहा है।
सेकंड गर्डर की लांचिंग
ऐरोली-कलवा एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट पर दिघा स्टेशन के पास सेकंड गर्डर की लांचिंग रविवार को की गई। एमआरवीसी में मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का 48 प्रतिशत काम हो गया है। रविवार को मुकुंद आरयूबी पर 47.7 मीटर स्पैन के 140 मीट्रिक ओपन वेब गर्डर की सफलतापूर्वक लांचिंग की गई। इसके पहले दो पुल और आरयूबी का काम पूरा हो गया है। इस मार्ग में बनने वाले सभी ब्रिजों के जीएडी को सेंट्रल रेलवे की मंजूरी भी मिल गई है।
ऐरोली-कलवा एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट पर दिघा स्टेशन के पास सेकंड गर्डर की लांचिंग रविवार को की गई। एमआरवीसी में मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का 48 प्रतिशत काम हो गया है। रविवार को मुकुंद आरयूबी पर 47.7 मीटर स्पैन के 140 मीट्रिक ओपन वेब गर्डर की सफलतापूर्वक लांचिंग की गई। इसके पहले दो पुल और आरयूबी का काम पूरा हो गया है। इस मार्ग में बनने वाले सभी ब्रिजों के जीएडी को सेंट्रल रेलवे की मंजूरी भी मिल गई है।
8,68 झोपड़े बने बाधा
उल्लेखनीय है कि कलवा-ऐरोली एलिवेटेड कॉरिडोर के काम में अभी भी 868 झोपड़े बाधा बने हुए हैं। एमआरवीसी के अनुसार इस कॉरिडोर के लिए 2.44 हेक्टेयर भूखंड की आवश्यकता है, जिसमें से 0.57 हेक्टेयर निजी और 1.87 हेक्टेयर सरकारी भूमि है। इनमें सरकारी भूमि का अधिग्रहण तो एमआरवीसी ने कर लिया है, जबकि निजी भूमि को ताबे में लेने की प्रक्रिया शुरू है।
उल्लेखनीय है कि कलवा-ऐरोली एलिवेटेड कॉरिडोर के काम में अभी भी 868 झोपड़े बाधा बने हुए हैं। एमआरवीसी के अनुसार इस कॉरिडोर के लिए 2.44 हेक्टेयर भूखंड की आवश्यकता है, जिसमें से 0.57 हेक्टेयर निजी और 1.87 हेक्टेयर सरकारी भूमि है। इनमें सरकारी भूमि का अधिग्रहण तो एमआरवीसी ने कर लिया है, जबकि निजी भूमि को ताबे में लेने की प्रक्रिया शुरू है।
एमएमआरडीए करेगा पुनर्वास
यहां शिवाजी नगर व भोला नगर में बसे 868 झोपड़ों के पुनर्वास का जिम्मा एमएमआरडीए को दिया गया है। बताया गया कि एमएमआरडीए ने ठाणे के भायंदरपाड़ा में झोपड़ावासियों को मकान देने की योजना बनाई। इनमें 82 परिवारों को फ्लैट का आवंटन भी किया गया। इसके अलावा एमएमआरडीए ने बालकुम इलाके में रेंटल हाउसिंग में घर आवंटन की योजना बनाई है। लेकिन निवासियों व स्थानीय प्रतिनिधियों के विरोध के चलते अब तक काम रुका हुआ है।
यहां शिवाजी नगर व भोला नगर में बसे 868 झोपड़ों के पुनर्वास का जिम्मा एमएमआरडीए को दिया गया है। बताया गया कि एमएमआरडीए ने ठाणे के भायंदरपाड़ा में झोपड़ावासियों को मकान देने की योजना बनाई। इनमें 82 परिवारों को फ्लैट का आवंटन भी किया गया। इसके अलावा एमएमआरडीए ने बालकुम इलाके में रेंटल हाउसिंग में घर आवंटन की योजना बनाई है। लेकिन निवासियों व स्थानीय प्रतिनिधियों के विरोध के चलते अब तक काम रुका हुआ है।
476 करोड़ का प्रोजेक्ट
कलवा-ऐरोली एलिवेटेड प्रोजेक्ट की कुल स्वीकृत लागत 476 करोड़ बताई गई है। वैसे इसे 36 माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन झोपड़ों की वजह से समय पर काम पूरा नहीं हो पा रहा है। इस कार्य को दो चरणों में पूरा करने की योजना है। इनमें दिघा रेलवे स्टेशन का काम तो पूरा हो चुका है। एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए मुख्य रूप से भूमि अधिग्रहण का काम पूरा होने की आवश्यकता है, जिसकी प्रक्रिया चल रही है।
कलवा-ऐरोली एलिवेटेड प्रोजेक्ट की कुल स्वीकृत लागत 476 करोड़ बताई गई है। वैसे इसे 36 माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन झोपड़ों की वजह से समय पर काम पूरा नहीं हो पा रहा है। इस कार्य को दो चरणों में पूरा करने की योजना है। इनमें दिघा रेलवे स्टेशन का काम तो पूरा हो चुका है। एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए मुख्य रूप से भूमि अधिग्रहण का काम पूरा होने की आवश्यकता है, जिसकी प्रक्रिया चल रही है।
ठाणे स्टेशन का बोझ होगा कम
ऐरोली और कलवा के बीच नए उपनगरीय कॉरिडोर लिंक शुरू होने पर ठाणे स्टेशन का बोझ काफी कम हो जाएगा। कल्याण की तरफ से नवी मुंबई की ओर लोकल से जाने के लिए यात्रियों को ठाणे स्टेशन आकर जाना पड़ता है। एलिवेटेड लोकल कॉरिडोर के बनने से बदलापुर, कल्याण-डोम्बिवली से आने वाले यात्री सीधे दिघा-ऐरोली होते हुए पनवेल या वाशी जा सकेंगे। इससे यात्रियों को समय की बचत व भीड़ से बड़ी राहत मिलेगी।
ऐरोली और कलवा के बीच नए उपनगरीय कॉरिडोर लिंक शुरू होने पर ठाणे स्टेशन का बोझ काफी कम हो जाएगा। कल्याण की तरफ से नवी मुंबई की ओर लोकल से जाने के लिए यात्रियों को ठाणे स्टेशन आकर जाना पड़ता है। एलिवेटेड लोकल कॉरिडोर के बनने से बदलापुर, कल्याण-डोम्बिवली से आने वाले यात्री सीधे दिघा-ऐरोली होते हुए पनवेल या वाशी जा सकेंगे। इससे यात्रियों को समय की बचत व भीड़ से बड़ी राहत मिलेगी।