अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी कर दिया है और जाति आधारित जनगणना का समर्थन का ऐलान कर दिया है।
मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख अजित पवार (Ajit Pawar) ने सोमवार को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के लिए अपनी पार्टी का घोषणापत्र (Manifesto) जारी किया जिसमें इस बात को प्रमुखता दी गई है कि पार्टी जाति आधारित जनगणना की मांग का समर्थन करेगी। हालांकि, इस मुद्दे से इसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) किनारा करती रही है।
यहां एक सभा को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राकांपा महाराष्ट्र के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री और रक्षा मंत्री यशवंतराव चव्हाण के लिए देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ की भी मांग करेगी।
लोकसभा निवडणुकीच्या अनुषंगानं आज राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाचा जाहीरनामा प्रकाशित करण्यात आला. 'राष्ट्रासाठी राष्ट्रवादी' या संकल्पनेवर हा जाहीरनामा आधारित आहे. विकसित भारताची भूमिका स्पष्ट करणारा हा जाहीरनामा आहे. सार्वजनिक सेवा, पायाभूत प्रकल्प व सुविधा, आर्थिक प्रगती संदर्भातील… pic.twitter.com/Uwmu9IbFvc
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) April 22, 2024
घोषणापत्र में कहा गया है, “हमारी पार्टी जाति, पंथ और धर्म से परे एक इंसान के रूप में जीने के अधिकार में विश्वास करती है। यह समानता और एकता में विश्वास करती है। राकांपा को समाज सुधारक साने गुरुजी के इस कथन पर विश्वास है कि- सच्चा धर्म दुनिया को प्यार देना है। हमें समाज के वंचित और पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाना होगा। हम जाति आधारित जनगणना की मांग करेंगे।”
अजित पवार ने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आ जाएगी तो वह जाति आधारित जनगणना की मांग करेगी। राकांपा की पूर्व सहयोगी कांग्रेस देश भर में जाति आधारित जनगणना की मांग कर रही है, जबकि भाजपा इसकी काट के लिए तरीके ढूंढ़ रही है।
राकांपा महायुति गठबंधन का एक घटक है जिसमें शिवसेना और भाजपा शामिल हैं।
पवार ने कहा कि पार्टी की अन्य मांगों में राज्य में उर्दू माध्यम के स्कूलों को अर्ध-अंग्रेजी का दर्जा देना और कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य देना शामिल है। राकांपा प्रमख ने पिछले 10 साल में देश के विकास में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के योगदान और उनके नेतृत्व की प्रशंसा की। (एजेंसी)