Child trafficking Gang Mumbai

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मुंबई: मुंबई (Mumbai) पुलिस ने तीन राज्यों महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश – में फैले एक अंतरराज्यीय बच्चा बेचने वाले रैकेट (Child trafficking Gang) का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस संबंध में सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन अन्य को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों में एक डॉक्टर भी शामिल है। जिसने कथित तौर पर एक मामले में बिचौलिए के रूप में काम किया था। गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों की पहचान वंदना पवार (28), शीतल गणेश वारे (41), स्नेहा युवराज सूर्यवंशी (24), नसीमा हनीफ खान (28), लता गण भाऊ सुरवाडे (36), शरद मारुति देवार (45) और डॉ. संजय सोपानराव खंडारे (42) के रूप में की गई है। उन्हें अदालत में पेश किया गया और पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। 

पुलिस ने बताया कि,आरोपियों ने पिछले दो वर्षों में पांच दिन से नौ महीने की उम्र के 14 बच्चों को बेचने का दावा किया है। जबकि दो बच्चों एक लड़की और एक लड़के का पता लगा लिया गया है, और उन्हें आशा कार्यकर्ताओं को सौंप दिया गया है। पुलिस अन्य 12 बच्चों की तलाश कर रही है जिन्हें आरोपियों ने बेच दिया था। डीसीपी (प्रवर्तन) रागसुधा आर ने बताया कि, हमने एक अंतरराज्यीय रैकेट का भंडाफोड़ किया है। 

जहां गरीब परिवारों के बच्चों को एजेंटों द्वारा उन परिवारों को बेचा जा रहा था। जो इसके लिए पैसे देने को तैयार थे। एजेंट ग्राहक के आधार पर 80,000 रुपये से 4 लाख रुपये के बीच शुल्क लेते थे। उन्होंने कहा कि, दरें बच्चे के लिंग, त्वचा के रंग और अन्य कारकों पर भी निर्भर करती हैं। इन मामलों में आमतौर पर, मांग तेलंगाना और आंध्र से आती थी, जबकि आपूर्ति महाराष्ट्र से होती थी। एजेंटों के रूप में काम करने वाले कुछ आरोपी इन राज्यों में प्रसूति क्लीनिकों में काम करते थे। इस तरह से उन्हें उन जोड़ों के बारे में पता चला जो बच्चों के लिए प्रयास कर रहे थे, और उनके पास बच्चे पैदा करने में मदद करने की पेशकश लेकर आए थे।