Virar illegal buildings

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विरार: विरार पूर्व के फूलपाडा इलाके में फर्जी दस्तावेज के आधार पर पांच अवैध इमारतों का निर्माण कर उसे वैध बताकर बिक्री किए जाने के मामले में वसई विरार मनपा अधिकारी की शिकायत पर विरार पुलिस ने जमीन मालिक व बिल्डर सहित तीन लोगों के खिलाफ एमआरटीपी सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। शिकायत दर्ज होने के बाद वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय पवार ने घटनास्थल का दौरा किया है। उक्त मामले की जांच पुलिस उपनिरीक्षक अनिल म्हस्के द्वारा की जा रही है। 

दर्ज मामले के अनुसार वसई विरार मनपा के अधिकारी ने पुलिस को शिकायत देकर बताया है कि पूर्व के फुलपाडा परिसर में सर्वे क्रमांक 86 में बिल्डर्स मिलिंद नारायण मालुसरे, शेखर बापू देसाई व जमीन मालिक रघुनाथ पाटील ने मिलकर मनपा प्रशासन से बगैर अनुमति लिए ही चार और पांच मंजिला इमारत बना दिया है। बिल्डरों ने इन इमारतों में 38 दुकानें और 258 फ्लैट बनाया हैं। यह सभी फ्लैट अवैध होते हुए भी खरीदारों को अंधकार में रखते हुए उसे वैध बताकर बेच दिया गया है। जिसके आधार पर पुलिस ने जमीन मालिक सहित तीन लोगों के खिलाफ एमआरटीपी सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। 

बताया जा रहा है कि उक्त बिल्डरों ने सहकार नगर चौधरी वाडी में भी तीन अवैध इमारतों का निर्माण कार्य शुरू किया है। जबकि पिछले साल फर्जी कागजात के आधार पर 150 से ज्यादा अवैध इमारतों का खुलासा हुआ था। इसके बावजूद प्रशासन की आंखें नहीं खुली, और अवैध इमारतों का कार्य धड़ल्ले से जारी है। 

शिवसेना उद्धव गुट के पूर्व नगरसेवक राजकुमार चोरघे ने मनपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मनपा के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत के बगैर कोई भी बिल्डर शहर में चार-चार मंजिला इमारतें यूं नहीं खड़ी कर सकता है। अवैध निर्माणों पर लगाम कसने के लिए संबंधित अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए।