Pawar Modi Fight on Farmer

Loading

नवभारत डिजिटल डेस्क: लोकसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां पूरी ताकत के साथ जनता का दिल जीतने में लगी हुई है। दो चरणों के मतदान के बाद बाकी चरणों के मतदान के लिए पार्टी और नेता एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। किसान आंदोलन चुनाव से पहले से ही चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं अब पीएम मोदी की तरफ से किसानों की बदहाली को लेकर शरद पवार पर सवाल उठाए जाने के बाद शरद पवार ने भी पीएम मोदी के तीखे वक्तव्य पर पलटवार किया है। दोनों ही किसानों के हितैषी होने का दावा कर रहे हैं। ये चुनावी मौसम का जादू है जो अब पीएम मोदी से लेकर शरद पवार तक को किसानों की याद आयी है।

किसने क्या कहा
पीएम नरेंद्र मोदी किसानों के मुद्दे को लेकर पूर्व कृषि मंत्री व महाराष्ट्र के कद्दावर नेता शरद पवार पर लगातार प्रहार कर रहे हैं। सोमवार पुणे में जहां उन्होंने पवार का नाम न लेते हुए उन्हें भटकती आत्मा बताया था। वहीं मंगलवार लातूर मोदी ने कहा कि कृषि मंत्री के रूप में काम करते हुए पवार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया, उन्होंने पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पंद्रह साल पहले एक दिग्गज नेता यहां चुनाव लड़ने आए थे। कहा जा रहा है कि उन्होंने डूबते सूरज के सामने शपथ ली थी कि वह सूखा प्रभावित क्षेत्र में पानी लाएंगे। लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। अब उन्हें दंडित करने का समय आ गया है। मोदी मंगलवार को माढ़ा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवार रंजीतसिंह नाइक निंबालकर के लिए मालशिरस में आयोजित एक रैली को संबोधित कर रहे थे।

गन्ने का उचित मूल्य हमारी सरकार ने दिलवाया
मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि जब पवार यूपीए की “रिमोट कंट्रोल सरकार” में कृषि मंत्री थे, तो गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 200 रुपए था, लेकिन अब हमारी सरकार में 340 रुपए प्रति क्विंटल है। गन्ना किसान अपने बकाया के लिए दर-दर भटकते थे। लेकिन आज हालात बदल गए हैं। क्योंकि किसानों को 100 प्रतिशत बकाया भुगतान हो रहा है। 2014 में किसानों को गन्ने का बकाया भुगतान 57,000 करोड़ रुपये था, लेकिन इस साल उन्हें 1,14,000 करोड़ रुपये बकाया के रूप में भुगतान किया गया। जब कद्दावर नेता (शरद पवार) कृषि मंत्री के रूप में दिल्ली में थे, तो मैं उन्हें बार-बार समझाता था, लेकिन उन्होंने आयकर के मुद्दे का समाधान नहीं किया। जब हम सत्ता में आए तो हमने एक समाधान प्रदान किया और सहकारी चीनी मिलों को आयकर माफ करके 10,000 करोड़ रुपये की राहत दी।

पवार का मोदी पर पलटवार
पीएम मोदी के भटकती आत्मा के बयान को लेकर राकां अध्यक्ष शरद पवार ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मेरी आत्मा किसानों और आम आदमी के हितों के लिए भटक रही है। मैं इन सभी के लिए ‘अस्वस्थ’ हूं और इन सभी के लिए ‘100 बार’ बेचैन होने के लिए तैयार हूं। मंगलवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पवार ने पीएम मोदी के 2016 में दिए गए के उस बयान को याद दिलाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी की उंगली पकड़कर राजनीति में आने के बारे में कहा था। राकां अध्यक्ष ने चुटकी लेते हुए कहा कि मोदी हाल के दिनों से मुझसे नाराज हैं।

राहुल को ‘शहजादा’ कहने पर घेरा
पवार ने पीएम मोदी द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘शहजादा’ कहने पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि राहुल के परिवार की तीन पीढ़ियों ने देश की सेवा की है और अपने जीवन का बलिदान दिया है। मोदी को अपने भाषण में आम लोगों को होने वाली कठिनाइयों और अन्य मुद्दों के बारे में बात करनी चाहिए। लेकिन वे इससे भाग रहे हैं। मैंने राजनीति के मूल्यों को राज्य के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण से सीखा और इससे कभी समझौता नहीं करूंगा।

महंगाई पर नहीं बोलते हैं मोदी
पवार ने कहा कि मोदी ने (2014 में) सत्ता में आने के बाद ईंधन और एलपीजी सिलेंडर की कीमत कम करने का वादा किया था। लेकिन अब उन्हें इन वस्तुओं की मौजूदा कीमतों के बारे में पता करना चाहिए। पिछले दस साल से केंद्र में मोदी की सरकार है। लेकिन वह महंगाई व बेरोजगारी के बारे में बात नहीं करते. उनका केवल एक सूत्री एजेंडा है, दूसरों की आलोचना करना।

पीएम पद की प्रतिष्ठा बनाए रखें
पावर ने कहा कि नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद की प्रतिष्ठा बनाए रखना चाहिए। अगर वे उस कुर्सी पर बैठ कर झूठ फैला रहा है और गलत तरीके से आलोचना कर रहा है, तो ऐसे व्यक्ति के हाथ में सत्ता रखने का कोई मतलब नहीं है, हमें उनसे सत्ता छीनने का फैसला करना है।