Water Crisis in Igatpuri

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इगतपुरी: इगतपुरी तहसील को बांधों का तहसील माना जाता है। गर्मी के अंतिम चरण में तहसील के बड़े बांध सूख गए हैं। अधिकतर बांधों में 12 से 20 प्रतिशत जल शेष है। इसके चलते तहसील का पूर्व क्षेत्र, पहाड़ी क्षेत्र और वाडे-पाडे के ग्रामीण जल किल्लत का सामना कर रहे है। टैंकर से जलापूर्ति करने के 11 प्रस्ताव प्रशासकीय स्तर पर है, जिसमें चिंचले खैरे की वाडी, मुंढेगाव परिसर की वाडी, गुरुडेश्‍वर, वालविहिर, मांजरगाव, आंबेवाडी परिसर की नांदूरकीची वाडी, मायदरा आदि शामिल है। तहसील में 3 टैंकर से पूर्व क्षेत्र के खेड परिसर में दो वाडी और मायदरा शिवार के धानोशी, ठोकलवाडी, आवलखेड, चांदवाडी, वार्याची वाडी में टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। यहां पर टैंकर के राउंड बढ़ाने की मांग ग्रामीण कर रहे है। जल किल्लत को ध्यान में रखते हुए प्रशासन परिसर के निजी कुए अधिग्रहित करने पर जोर दे रहा है। 

सूखने के कगार पर है यह बांध
तहसील के दारणा, मुकणे, भाम, भावली, वाकी, कडवा, वैतरणा आदि महत्वपूर्ण बांध के साथ तलोशी, त्रिंगलवाडी, शेनवड, खेड आदि लघु बांध है, जिसका जल स्तर दिन ब दिन कम हो रहा है। तहसील की जीवनवाहिनी समझने वाले भाम, भावली, कडवा, दारणा आदि बांध में 12 से 20 प्रतिशत जल शेष है। 

ऐसा है उपलब्ध जल स्तर
दारणा : 22.84 प्रतिशत
मुकणे : 28.31 प्रतिशत
वाकी : 39.69 प्रतिशत
भाम : 18.02 प्रतिशत
भावली : 12.48 प्रतिशत
कडवा : 15.11 प्रतिशत