Ajmal Kasab, Hemant Karkare Death, Congress Leader Vijay Wadettiwar
आतंकी कसाब, हेमंत करकरे और विजय वडेट्टीवार (फोटो: X)

कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने दावा किया कि हेमंत करकरे की मौत आतंकी कसाब की बंदूक से निकली गोली से नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वफादार पुलिसकर्मी की गोली से हुई थी। उज्जवल निकम ने इसे कोर्ट से छुपाए रखा।

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मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार (Vijay Wadettiwar) ने रविवार को पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे (Hemant Karkare) की मौत को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि करकरे की मौत आतंकी अजमल कसाब (Ajmal Kasab) की बंदूक से निकली गोली से नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वफादार पुलिसकर्मी की गोली से हुई।

विजय वडेट्टीवार ने मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार उज्जवल निकम पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “बिरयानी का मुद्दा उठाकर उज्जवल निकम ने कांग्रेस को बदनाम किया। क्या कोई कसाब को बिरयानी देगा? बाद में उज्जवल निकम ने इसे स्वीकार भी कर लिया। कैसा वकील है, गद्दार है, जिसने कोर्ट से यह बात छुपाकर रखी।”

वडेट्टीवार ने कहा, “मुंबई 26/11 आतंकी हमले के दौरान हेमंत करकरे की मौत आतंकी कसाब की बंदूक निकली गोली से नहीं बल्कि आरएसएस के वफादार पुलिसकर्मी की गोली से हुई थी। यह सबूत उज्जवल निकम ने अदालत से छुपा रखा और ऐसे देशद्रोही को भाजपा ने टिकट दिया ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भाजपा देशद्रोही को बचाने वाली पार्टी है?”

अपने बयान पर सफाई देते हुए वडेट्टीवार ने कहा, “ये मेरे शब्द नहीं हैं, मैंने तो बस वही कहा जो एसएम मुश्रीफ की किताब में लिखा था। इस बारे में हर जानकारी मौजूद थी कि जिस गोली से हेमंत करकरे को गोली मारी गई थी, वह आतंकवादियों की गोली नहीं थी।” उन्होंने कहा, “अजमल कसाब को फांसी देना कोई बड़ी बात नहीं है, यह कोई भी सामान्य वकील कर सकता था।”

बता दें कि एसएम मुश्रीफ की किताब ‘हू किल्ड करकरे’ 2009 में लिखी गई थी। एसएम मुश्रीफ पूर्व पुलिस महानिरीक्षक और महाराष्ट्र के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के नेता हसन मुश्रीफ के भाई हैं।