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बंगाल गवर्नर सीवी बोस के खिलाफ यौन शोषण के आरोप में शिकायत दर्ज कराई गई है।

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नई दिल्ली/कोलकाता: एक बड़ी खबर के अनुसार पश्चिम बंगाल (West Bengal) के राज्यपाल सीवी आनंद (Governor CV Anand) बोस का कहना है कि, महिलाओं के उत्पीड़न के मामले में वे राजभवन की सीसीटीवी फुटेज जरुरत पड़ी तो 100 लोगों को दिखाने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि, वे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग कोलकाता पुलिस और CM ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) को नहीं दिखाएंगे।

गौरतलब है कि, राजभवन में संविदा पर नियुक्त महिला कर्मचारी ने गवर्नर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कोलकाता पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद कोलकाता पुलिस ने मामले की जांच के लिए SIT भी बना दी है। वहीं इस बाबत बीते बुधवार को राजभवन के सोशल मीडिया ‘X’ हैंडल पर पोस्ट किया गया। जिसमें लिखा है- राज्यपाल बोस ने पुलिस के आरोप को मनगढ़ंत बताते हुए लिखा कि पुलिस के खिलाफ सच के सामने कार्यक्रम शुरू किया है। जो लोग राजभवन में कार्यक्रम में शामिल होना चाहते हैं वे ईमेल या फोन पर अपनी जरुरु रिक्वेस्ट भेज सकते हैं। कयास हैं कि, वे आज यानी गुरूवार को सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग लोगों को दिखा सकते हैं।

इधर मामले पर शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने राजभवन से सीसीटीवी फुटेज शेयर करने की अपील की थी। हालांकि, राज्यपाल ने अपने कर्मचारियों को इस केस में पुलिस के साथ साफ़ सहयोग न करने कहा है।हालांकि फिर भी पुलिस ने राजभवन के कुछ अधिकारियों और वहां तैनात कर्मियों से पूछताछ की है। जानकारी दें कि, संविधान के अनुच्छेद 361 के तहत राज्यपाल के पद पर रहते हुए उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही नहीं की जा सकती।