Arvind Kejriwal coming out of Tihar Jail save the country from dictatorship

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नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 50 दिनों की हिरासत के बाद शुक्रवार को तिहाड़ जेल से बाहर आने पर भगवान हनुमान को धन्यवाद दिया और देश से ‘‘तानाशाही” खत्म करने की अपनी लड़ाई में जनता से समर्थन मांगा। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक को उच्चतम न्यायालय ने इससे पहले दिन में आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन के मामले में एक जून तक की अंतरिम जमानत दे दी। शीर्ष अदालत ने केजरीवाल को दो जून को आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया है।

आप नेताओं ने कहा कि केजरीवाल को दी गई अंतरिम राहत ‘आप’ और ‘इंडिया’ गठबंधन, दोनों के अभियान के लिए ‘बाजी पलटने वाली’ होगी क्योंकि लोकसभा चुनाव आगामी हफ्तों में महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर रहा है। विपक्षी नेताओं ने भी केजरीवाल की अंतरिम जमानत का स्वागत करते हुए कहा कि ‘‘लोकतंत्र बचाने की लड़ाई” अब और अधिक गति पकड़ेगी। ‘इंडिया’ गठबंधन के एक शीर्ष नेता के रूप में केजरीवाल का कद बढ़ने का संकेत देते हुए ‘आप’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए पूरे देश में जाएंगे। केजरीवाल शुक्रवार शाम जैसे ही जेल से बाहर आए, आप कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने ‘जेल के ताले टूट गए, केजरीवाल छूट गए’ के नारे लगाए।

जेल के बाहर एक कार की सनरूफ के ऊपर खड़े होकर, भूरे रंग की टी-शर्ट पहने केजरीवाल ने उनके स्वागत के लिए वहां एकत्र हुए आप कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित किया। ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ और ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे के साथ संबोधन की शुरुआत करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं अपनी पूरी ताकत से तानाशाही के खिलाफ लड़ रहा हूं, लेकिन (देश के) 140 करोड़ लोगों को साथ आना होगा। हमें मिलकर इसके खिलाफ लड़ना है।”

उन्होंने कहा कि वह शनिवार पूर्वाह्न 11 बजे कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर जाएंगे और अपराह्न एक बजे आप कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। केजरीवाल ने कहा, “मुझे आपके बीच आकर बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने आपसे कहा था कि मैं जल्द ही बाहर आऊंगा…सबसे पहले, मैं भगवान हनुमान को प्रणाम करना चाहता हूं। हनुमान जी के आशीर्वाद से मैं आपके बीच हूं।” उन्होंने लोगों से भी बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचने की अपील की।

आप नेता ने लोगों को उनके प्यार और आशीर्वाद के लिए धन्यवाद दिया और तानाशाही के खिलाफ लड़ने के लिए एक साथ आने को कहा। उन्होंने कहा, “मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। देश के करोड़ों लोगों ने मुझे अपना आशीर्वाद भेजा। मैं उच्चतम न्यायालय को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिसकी वजह से मैं यहां (बाहर) हूं।” केजरीवाल रात करीब साढ़े आठ बजे सिविल लाइंस इलाके में स्थित अपने आवास पर पहुंचे, जहां आप कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों और नारों के साथ उनका स्वागत किया और उनपर पुष्पवर्षा की।

मुख्यमंत्री ने अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया और उन्हें गले लगाया। उनकी मां ने उन्हें माला पहनाई और तिलक लगाया। अपने आवास के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए केजरीवाल ने घोषणा की कि वह दक्षिण दिल्ली के महरौली इलाके में शनिवार को रोड शो में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उच्चतम न्यायालय को दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं, जिसकी वजह से मुझे चुनाव प्रचार करने का मौका मिला। हमारा देश 4,000 साल पुराना है, लेकिन इसने तानाशाही लागू करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को कभी स्वीकार नहीं किया है।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि देश तानाशाही के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी पूरी ताकत से इसके खिलाफ लड़ रहा हूं…लेकिन इसे हराने के लिए 140 करोड़ लोगों को एक साथ आने की जरूरत है। मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि हमें मिलकर देश को बचाना है।” भारद्वाज ने कहा कि आप प्रमुख को 40 दिन बाद अंतरिम जमानत मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल के जेल से बाहर आने से देश में बड़े बदलाव का मार्ग प्रशस्त होगा।”

आप की वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने शीर्ष अदालत के फैसले को सच्चाई और लोकतंत्र की जीत बताया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वोट की ताकत से लोकतंत्र को बचाने और देश में तानाशाही हटाने का यह आखिरी मौका है।” आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत है। तानाशाही खत्म होगी। सत्यमेव जयते।” सिंह स्वयं भी धनशोधन मामले में आरोपी हैं और जमानत पर हैं।

शीर्ष अदालत से केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के कुछ ही घंटों के भीतर, आप नेताओं ने ‘मोदी केजरीवाल को रोक नहीं सकते’ हैशटैग से सोशल मीडिया मंचों पर टिप्पणियां और वीडियो पोस्ट करना शुरू कर दिया। इससे पहले आप ‘जेल का जवाब वोट से’ अभियान चला रही थी। पीली टी-शर्ट पहने आप समर्थकों ने यहां पार्टी कार्यालय में ढोल की थाप पर नाचकर और मिठाइयां बांटकर शीर्ष अदालत के फैसले का जश्न मनाया। आप पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीट पर अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। दिल्ली में, वह ‘इंडिया’ गठबंधन के साझेदार कांग्रेस के साथ सीट-बंटवारा समझौते के तहत सात में से चार सीट पर चुनाव लड़ रही है।

(एजेंसी)