Wadala Parking Tower

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नवभारत न्यूज नेटवर्क
मुंबई: 
मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे के आस-पास के इलाकों में सोमवार को बेमौसम बारिश ने कोहराम मचाया. करीब 50 से 60 किलोमीटर की रफ्तार से धूल भरी आंधी चली, जिसमें कई जगहों पर पेड़ गिर गए, होर्डिंग गिरे और घरों के छप्पर उड़ गए। कई लोगों के घायल होने की सूचना आई है। मेट्रो और लोकल ट्रेन ठप पड़ गई। सड़क मार्ग व हवाई उड़ानें प्रभावित हुईं।  बेमौसम बारिश ने पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, नासिक, सांगली, सातारा, धुले, कोल्हापुर, सोलापुर, पुणे, नंदुरबार, हिंगोली, अहमदनगर, परभणी और जालना में भी तेज हवाओं के साथ ने कहर बरपाया। 

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में मई महीने में इस तरह की बारिश नहीं देखी गई थी। शाम करीब तीन बजे धूल भरी आंधी से शहर में अंधेरा छा गया। इसके बाद मेघ गर्जना के साथ झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग ने आगे भी बारिश का अलर्ट जारी किया है और लोगों को घर से बाहर निकलते समय सावधानियां बरतने की सलाह दी है। आपदा प्रबंधन, फायर बिग्रेड, स्वास्थ्य विभाग और संबंधित एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति का जायजा लेकर जरूरी निर्देश दिए हैं। सोमवार को मुंबई शहर में 18 मिमी, पूर्वी उपनगर में 78 मिमी और पश्चिमी उपनगर में 41 मिमी बारिश दर्ज की गई। 

कई उड़ानें प्रभावित
मुंबई एयरपोर्ट पर कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को डायवर्ट किया गया, जबकि कुछ के समय में बदलाव किया गया। मेट्रो, लोकल रेल सेवा भी प्रभावित हुई। ओवर हेड वायर पर बैनर और खंबे गिरने से सेवा ठप हो गई। हालांकि दो घंटे बाद फिर से सेवाएं शुरू पाईं। मध्य रेलवे की धीमी सेवा प्रभावित होने से कामकाजी लोगों को परेशानियां उठानी पड़ी। स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ जमा हो गई। जिससे लोग परेशान हुए। 

Mumbai Rain Local Train

60 किमी की रफ्तार से चली हवाएं
मुंबई के परेल कालाचौकी, दादर, घाटकोपर, बांद्रा, कुर्ला, धारावी, दादर,माहिम, मुलुंड और विक्रोली में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इनके अलावा मुंबई के उपनगर ठाणे, अबंरनाथ, बदलापुर, कल्याण और उल्हासनगर में भी धूल भरी आंधी चली। यहां 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। वांगडी स्टेशन का छप्पर उड़ गया। मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो दिन ऐसा ही मौसम रह सकता है। पालघर और ठाणे जिलों में अलग-अलग स्थानों पर 50-60 किमी की रफ्तार से हवा चल सकती है। कुछ जगहों पर तेज हवाओं के साथ बिजली गिर सकती है। 

वडाला में मेटल पार्किंग टावर और घाटकोपर में गिरा होर्डिंग
घाटकोपर में बड़ा हादसा हुआ। छेड़ा नगर के पास एक पेट्रोल पंप पर बड़ा होर्डिंग गिर गया। इसके नीचे 100 से अधिक लोग दब गए। लोगों के निकालने के लिए एनडीआरएफ की मदद लेनी पड़ी। इस हादसे में 35 लोग घायल हुए हैं और उन्हें इलाज के राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। होर्डिंग के नीचे कई वाहन दब गए थे। 

मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर शोक जताते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। अनधिकृत होर्डिंग पर कार्रवाई होगी। घायलों का इलाज सरकारी खर्च पर किया जाएगा। 

इसी तरह  तेज हवाओं के कारण वडाला पूर्व के बरकत अली नाका पर श्रीजी टावर के पास तेज आंधी की वजह से अंडर-कंस्ट्रक्शन मेटल पार्किंग टावर गिर गया। इसकी चपेट में 8 से 10 वाहन आ गए. एक वाहन में फंसे व्यक्ति को फायर ब्रिगेड के जवानों ने बाहर निकाला। 

जोगेश्वरी में रिक्शा पर पेड़ गिरने से ड्राइवर घायल
जोगेश्वरी पूर्व में मेघवाड़ी नाका स्थित शिवसेना शाखा संख्या 77 के पास एक नारियल का पेड़ एक ऑटो रिक्शा पर गिर गया। रिक्शा चालक हयात खान गंभीर रूप से घायल हो गया।  शिवसैनिक केतन कोरगांवकर और सुधीर चंद्रकांत राणे ने तुरंत मौके पर पहुंचकर रिक्शा चालक हिंदुहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे ट्रामा केयर अस्पताल में भर्ती कराया। आईआईटी पवई में कई वाहनों पर पेड़ के गिरने की खबर आई हैं। 

बेस्ट सेवा भी प्रभावित
पेड़ और होर्डिंग गिरने से बेस्ट की बस सेवा भी प्रभावित हुई। कई बसों के रूट बदले गए और कई बसों की फेरिया रोक दी गई। दादर, माटुंगा और प्रभादेवी में बिजली सप्लाई प्रभावित हुई। 

मुंबई में धुल भरी आंधी और उसके बाद शुरू हुई बारिश की वजह से मुंबई की हवाई सेवा आधे घंटे के लिए लड़खड़ा गई थी। लो विजिबिलिटी और बारिश के कारण मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था। धूल भरी तेज हवाओं के कारण लगभग 66 मिनट के लिए उड़ान सेवाएं अस्थाई रूप से बाधित हुई थी। हालांकि हवाई सेवा का परिचालन शाम को तकरीबन 5 बजे दोबारा शुरू कर दिया गया था। तकरीबन एक घंटे से ज्यादा समय तक चली इस आंधी की वजह से हवाई अड्डे पर 15 उड़ने डाइवर्ट की गई। महत्वपूर्ण है कि सीएसएमआईए ने पिछले सप्ताह अपना प्री-मानसून रनवे रखरखाव सफलतापूर्वक पूरा किया था। जिससे सुरक्षित और सुचारू विमान संचालन जल्द ही सुनिश्चित हुआ।

नोट- घाटकोपर की घटना और अन्य घटनाओं में घायलों का आंकड़ा बदल सकता है।