अभिनेत्री कंगना रनौत वाकई बेखौफ हैं।
अभिनेत्री कंगना रनौत वाकई बेखौफ हैं। उन्हें न ठाकरे सरकार का डर है, न कोरोना से कोई भय! इस फोटो से बढ़कर प्रमाण क्या होगा कि बेबाक कंगना बेखौफ होकर बगैर मास्क लगाए राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मिलीं और 45 मिनट तक चर्चा की। गवर्नर मास्क लगाए हुए थे लेकिन कंगना ने अपना खूबसूरत फिल्मी चेहरा छुपाना जरूरी नहीं समझा। राज्यपाल भी इतने सज्जन हैं कि उन्होंने कंगना को इस बात के लिए रोका-टोका नहीं! राजभवन के अधिकारियों ने भी राज्यपाल से मुलाकात के पहले कंगना को मास्क लगाने की हिदायत नहीं दी। ऐसा क्यों? कोरोना तो राजा से लेकर रंक तक किसी को नहीं छोड़ रहा है। बड़ी उम्र के लोग तो सबसे ज्यादा असुरक्षित होते हैं, फिर बुजुर्ग राज्यपाल के साथ लंबी चर्चा करने जाते समय कंगना ने मास्क क्यों नहीं पहना? अपनी सुरक्षा की दुहाई देते हुए कम से कम महामहिम की सुरक्षा का तो ध्यान रखना था! वे अपनी साड़ी से मैचिंग कलर वाला मास्क पहन लेतीं तो क्या बिगड़ता! बीएमसी ने कंगना के आफिस का अतिक्रमण तोड़ा लेकिन इसकी शिकायत गवर्नर से करते समय कोरोना के संक्रमण का स्मरण भी तो रहना चाहिए था। चेहरा गुलाब की तरह खिला हो, तब भी नकाब पहनना जरूरी है। यह दलील बिल्कुल नहीं टिक सकती कि फिल्म तारिकाएं अपनी खूबसूरती पर कोई मास्क या नकाब लगाना पसंद नहीं करतीं। अरब देशों की बेली डांसर का पेट खुला रहता है लेकिन चेहरे पर नकाब होती है। जब फैंटम, स्पाइडरमैन, बैटमैन मास्क पहने रहते हैं और क्रिश की भूमिका निभाने वाला ऋतिक रोशन भी मास्क पहनता है तो फिर कंगना को कौन सा परहेज है?