Rahul gandhi
File Pic

    Loading

    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) स्वयं विचार करें कि वे जिस तरह के ओछे शब्दों का इस्तेमाल देश के प्रधानमंत्री के प्रति कर रहे हैं, क्या उससे खुद उनकी स्तरहीनता दिखाई नहीं देती! क्या इस पद की गरिमा का उन्हें जरा भी ध्यान नहीं है? प्रधानमंत्री (Narendra Modi)को ‘कायर’ (Coward) कहना दिखाता है कि बड़बोले राहुल में शालीनता रह ही नहीं गई है. तब राहुल में और उनकी पार्टी के मणिशंकर अय्यर (Mani Shankar Aiyar) में कौन सा अंतर रह गया जिन्होंने पीएम को ‘नीच आदमी’ कहने की गुस्ताखी की थी. विचारों की लड़ाई को व्यक्तिगत स्तर पर ले जाकर अपमानजनक शब्द प्रयोग करना कहां तक उचित है. तर्को की तीखी प्रस्तुति भी सम्मान बनाए रखते हुए की जा सकती है.

    किसान आंदोलन के भरोसे राहुल वाचाल हो गए हैं. उन्हें लगता है कि उनकी पार्टी को सरकार पर टूट पड़ने के लिए एक रेडीमेड प्लेटफार्म मिल गया है और कृषि कानून मुद्दे को लेकर अपनी भड़ास निकालते हुए वे चाहे जो कह सकते हैं. तीनों कानूनों की धाराओं व प्रावधानों पर अभ्यासपूर्ण चर्चा करने, उपयुक्त संशोधन का सुझाव देने या किसी कमी की ओर इंगित करने की बजाय राहुल ने संसदीय बहस का स्तर गिराते हुए मोदी सरकार पर ‘हम दो हमारे दो’ का फिकरा कसा. इसके पहले भी वह पीएम पर अपने पूंजीपति मित्रों के हित में फैसले लेने का आरोप लगाते रहे हैं. क्या इन आरोपों की कोई ठोस बुनियाद या पुख्ता प्रमाण हैं? यदि हों भी तो यह बात तार्किक ढंग से रखी जा सकती है और इससे किसानों को होनेवाले नुकसान के बारे में बताया जा सकता है. क्या राहुल यह सिद्ध कर पाए कि यह आंदोलन समूचे देश के किसानों का है? आम धारणा तो यही है कि इसमें पंजाब, हरियाणा के अलावा यूपी के जाट किसान शामिल हैं. इसके अलावा इसमें ट्रैक्टर टै्रली निकालने और बहुत लंबे समय तक धरना देने की क्षमता वाले धनी किसानों व आड़तियों की बहुतायत है. इन किसानों की खेती इस समय कौन कर रहा है?

    निर्मला का पलटवार

    कहावत है शीशे के घर में रहनेवाले दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंका करते. राहुल ने प्रधानमंत्री की अंबानी-अदानी जैसे मित्रों से मिलीभगत तथा देश के संसाधनों को बेचने का आरोप लगाया तो वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने जबरदस्त पलटवार करते हुए कहा कि ‘हम दो हमारे दो’ का मतलब है- दो लोग पार्टी को संभालेंगे और 2 अन्य लोग हैं जिन्हें संभालना है, यानी बेटी और दामाद! उन्होंने राहुल गांधी को देश का विनाश करनेवाला व्यक्ति बताया. निर्मला ने कहा कि राहुल कई मुद्दों पर फर्जी कहानियां सुनाते हैं. वे ‘डूम्सडे मैन आफ इंडिया’ है अर्थात देश का नाश करनेवाला व्यक्ति. निर्मला ने राहुल पर भारत को तोड़नेवाले तत्वों के साथ खड़े होने और देश को कमतर दिखाने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी हमेशा प्रधानमंत्री का अपमान करते हैं. चाहे अब के पीएम हो या तब के प्रधानमंत्री. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह जब विदेश गए थे तो राहुल गांधी ने उनकी ओर से लाए गए अध्यादेश को फाड़कर फेंक दिया था.

    पार्टी मजबूत करने पर जोर दें

    राहुल गांधी यदि जिम्मेदारी से भागनेवाले नेता की छवि से मुक्त होना चाहते है तो पूर्णकालिक पार्टी अध्यक्ष के रूप में पद संभाल लें या किसी अन्य को यह अवसर देकर कांग्रेस को मजबूत करने पर जोर दें. संगठन को सुदृढ़ करना और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना उनकी पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए.