मराठा आरक्षण की मांग करने वाले आंदोलनकारियों की चुनौती के सामने राज्य सरकार को झुकना पड़ा और अंतत: महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (एमपीएससी) की परीक्षा रद्द कर दी गई.
मराठा आरक्षण की मांग करने वाले आंदोलनकारियों की चुनौती के सामने राज्य सरकार को झुकना पड़ा और अंतत: महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (एमपीएससी) की परीक्षा रद्द कर दी गई. मराठा आंदोलनकारियों ने इस परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर तुलजापुर में आंदोलन किया था जिसमें 50,000 से भी ज्यादा जनसमूह शामिल हुआ. इस आंदोलन में संभाजी राजे व सांसद उदयनराजे निंबालकर शामिल थे. सरकार ने परीक्षा रद्द करने का दूसरा कारण बताया. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना संक्रमण अभी थमा नहीं है, कई छात्र इससे संक्रमित हैं. उन्हें पढ़ाई के लिए समय मिले और उनका भविष्य खत्म न हो, इसके लिए एमपीएससी परीक्षा आगे बढ़ाई गई है. मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी, आंदोलन धीरे-धीरे पूरे महाराष्ट्र में विस्तारित किया जायेगा.