2 women corona positive, treatment started in other district

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अकोला. विदर्भ के सभी जिलों को पीछे छोड़कर अकोला जिला कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या में टाप पर पहुंच गया है. बुधवार को सरकारी मेडिकल कालेज व सर्वोपचार अस्पताल से प्राप्त 183 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट में 30 और नए मरीजों की रिपोर्ट पाजिटिव व 153 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने से अकोला में अब कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 465 तक पहुंच गई हैं. शहर का अधिकतर परिसर कंटेनमेंट जोन के रूप में परिवर्तित हो गया है. जोन की संख्या भी अब शतक की ओर अग्रसर हो रही है. अभी 80 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन घोषित हुए हैं. पाजिटिव मरीजों में 10 महिला तथा 20 पुरुषों का समावेश है. इनमें हरिहर पेठ, मोहता मिल प्लाट नाजुक नगर, बड़ी उमरी, गुलजार पुरा तथा अन्य में खैर मोहम्मद प्लाट, राहुल नगर शिवनी, तेलीपुरा, लेबर कालोनी तारफैल, सहकार नगर, डाबकी रोड, वृंदावन नगर, देशमुख फैल, चांदखां प्लाट वाशिम बायपास, फिरदौस कालोनी, रणपिसे नगर निवासी हैं. अब तक अकोला में 289 मरीजों को डिस्चार्ज दिया गया है. अभी 148 कोरोना वायरस संक्रमित सक्रिय मरीजों पर सर्वोपचार अस्पताल में उपचार शुरू है.

नागपुर को पीछे छोड़ा
प्रमुख शहरों की तुलना में अकोला में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है. अकोला ने अब नागपुर को पीछे छोड़ा दिया है. 5.50 लाख जनसंख्या वाले शहर में कोरोना वायरस को रोकना कठिन हो रहा है. शहर का 90 प्रतिशत भाग कंटेनमेंट जोन में आया है. मंगलवार की शाम तक विदर्भ में कुल मरीजों की संख्या 1,345 थी, तथा 56 मरीजों की मौत हो गई हैं. जिसमें अकेले अकोला में 28 मरीजों की जानें गई हैं.

नमूने जांच की क्षमता 200 तक
जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ संदिग्ध मरीजों का आंकड़ा भी बढ़ते ही जा रहा है. सर्वोपचार अस्पताल के वायरस संशोधन व निदान प्रयोगशाला में नमूने जांच में तेजी आई है. पहले इस प्रयोगशाला में केवल 80 नमूने जांच किए जाते थे. अब यह संख्या 24 घंटों में करीब 200 नमूनों की जांच करने तक पहुंच गई है. समीप के वाशिम, बुलढाना, अमरावती जिलों के नमूने भी जांच के लिए इसी प्रयोगशाला में आ रहे हैं.

न्यायालय में कोरोना वायरस का प्रवेश
अकोला के न्यायालय में कोरोना वायरस का प्रवेश हो गया है. यहां एक वकील को कोरोना संक्रमण होने पर अन्य चार वकीलों में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए थे. कुछ न्यायालयीन कर्मचारी भी पाजिटिव आने से उन पर उपचार शुरू है.