Shiv Sena Crisis

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    अकोला. मेरा गांव कोरोना मुक्त अभियान के तहत कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए एहतियाती उपाय किए गए और गांव में 45 वर्ष से अधिक आयु के और विकलांग व्यक्तियों के 100 प्रश टीकाकरण को प्राथमिकता दी गई. ऐसे गांव की जानकारी लेने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खुद कापाशी के ग्रामीणों द्वारा कोरोना को भगाने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी ली.

    मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कापासी में सरपंच सदाशिव उमाले से बातचीत की. जिलाधिकारी कार्यालय से जि.प. के सीईओ सौरभ कटियार, मुर्तिजापुर तहसील के मधापुरी के सरंपच प्रदीप ठाकरे, कापसी के सरपंच सदाशिव उमाले आदि उपस्थित थे. 

    त्रिस्तरीय नियम का पालन

    सरपंच सदाशिव उमाले ने मुख्यमंत्री से बातचीत करते हुए बताया कि गांव में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कोरोना से बचाव के उपायों के साथ-साथ त्रिस्तरीय नियम (सामाजिक दूरी, हाथ धोना, मास्क पहनना) का पालन किया. प्रत्येक घर पर सैनिटाइजर, मास्क और रोग प्रतिरोधक, शक्तिवर्धन औषधियों का वितरण किया. गांव में रक्तदान शिविर लगाकर रक्त संग्रह किया गया. गांव की स्थिति से निपटने के लिए एक ग्राम स्तरीय समिति का गठन किया गया था और वार्डवार निवारक नियमों का पालन किया गया था. 

    आइसोलेशन सेंटर बनाया 

    बाहर से आए लोगों की जांच की गई और उन्हें अलग-थलग करने के बाद ही गांव में प्रवेश दिया गया. इसके लिए गांव में सुसज्जित आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है. इस स्थान पर चिकित्सा की व्यवस्था भी की गयी है. आइसोलेशन में रखे गए मरीजों का मनोबल बढ़ाने के लिए केंद्र पर ग्राम पंचायत सदस्यों, ग्रामसेवकों, आंगनवाड़ियों और आशा सेविकाओं की ड्यूटी लगाई गई थी. गांव में एक निजी डाक्टर की मदद से लक्षण वाले मरीजों से संपर्क कर कोरोना मरीजों का पता लगाने के लिए उनका परीक्षण किया गया. इससे कोरोना के मामलों को कम करने में मदद मिली.

    वैक्सीनेशन पर बल दिया गया

    वैक्सीनेशन को लेकर नागरिकों की भ्रांतियों को दूर कर वैक्सीनेशन को लेकर अच्छा प्रतिसाद मिला. गांव में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी पात्र नागरिकों का वैक्सीनेशन पूरा किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि शत-प्रतिशत विकलांग लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है. प्रशासन और नागरिकों के अच्छे सहयोग ने कोरोना मुक्त ग्राम अभियान को जारी रखने में मदद की. संभावित तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं भी स्थापित की गई हैं और गांव को कोरोना मुक्त रखने का निर्णय सरपंच उमाले ने मुख्यमंत्री के साथ बातचीत करते हुए व्यक्त किया था.