इन बारिश के दिनों में भी शहर में मनपा द्वारा डीडीटी पावडर का छिड़काव नहीं

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    • मोर्ना नदी में जलकुंभी से मच्छर बढ़ें

    अकोला. इन बारिश के दिनों में शहर के अनेक क्षेत्रों में मच्छरों की संख्या में काफी वृध्दि हुई है. जिसका मुख्य कारण है कि अनेक क्षेत्रों में गंदगी काफी बढ़ी है. शहर का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है, जहां पर गंदगी ना हो. लेकिन इस ओर मनपा के स्वास्थ्य विभाग का ध्यान नहीं जा रहा है.

    कोई छिड़काव नहीं

    हर वर्ष अकोला मनपा के मलेरिया विभाग द्वारा छिड़काव किया जाता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार मलेरिया विभाग की फॉगिंग मशीन बंद पड़ी हुई है. शायद इसी कारण से अब तक छिड़काव शुरू नहीं किया गया. अभी कोरोना वायरस का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है. इसके बावजूद मनपा मच्छर प्रतिबंधक छिड़काव के लिए गंभीर नहीं दिखाई दे रही है. 

    अनेक क्षेत्रों में भरा गंदा पानी

    शहर के अनेक क्षेत्रों में डबकों में गंदा पानी भरा देखा जा सकता है. अनेक मैदानों में भी बारिश का पानी जमा हुआ है. शहर के अनेक क्षेत्रों में गंदे पानी के डबके देखे जा सकते हैं. लेकिन अकोला मनपा द्वारा अभी तक मच्छर प्रतिबंधक छिड़काव शुरू नहीं किया गया है. शहर के मध्यभाग से बहनेवाली मोर्ना नदी में भी जलकुंभी पूरी तरह से जमी हुई है. इस जलकुंभी के कारण भी मच्छरों की पैदावार बढ़ी है.

    इसी कारण खोलेश्वर के साथ साथ नदी के उस पार गुलजारपुरा, हरिहर पेठ आदि क्षेत्रों में मच्छरों के कारण लोगों के हाल बेहाल हो रहे हैं. लेकिन इस ओर मनपा का ध्यान बिलकुल नहीं जा रहा है. सादा डीडीटी पावडर का छिड़काव भी कहीं नहीं किया जा रहा है. यदि अकोला मनपा द्वारा शीघ्र ही इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो किसी बीमारी के फैलने की संभावना से इनकार नही किया जा सकता है.